ठाणे [ युनिस खान ] मानसून सीजन में औसत से कम बारिश होने की संभावना के चलते बरसात के एक एक बूँद पानी का महत्त्व है। इसलिए जिले में जलस्रोत का उपयोग करने के लिए जलयुक्त शिवार फेज 2 और सिल्ट मुक्त बांध गालयुक्त शिवार के कार्य तत्काल शुरू किए जाएं। साथ ही पूर्व में हुए कार्यों की मरम्मत का कार्य भी प्रारंभ किया जाए। जिलाधिकारी अशोक शिंगारे ने निर्देश दिए हैं कि इन कार्यों की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाए।
जलयुक्त शिवार फेज 2, सिल्ट मुक्त बांध, सिल्ट शिवार एवं प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के क्रियान्वयन के संबंध में जिलाधिकारी शिनगारे ने जिले के सभी उप विभागीय पदाधिकारी, कृषि एवं जल संरक्षण अधिकारियों को जल संरक्षण कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी टेलीविजन सिस्टम के माध्यम से कार्यों को तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए थे।
बारिश के पानी को बचाकर जमीन में सोखना जरूरी है। इसके लिए राज्य सरकार ने जलयुक्त शिवार, कीचड़ फ्री डैम, जलयुक्त शिवर और प्रधानमंत्री कृषि सिंचन योजना जैसी योजनाएं शुरू की हैं। जिलाधिकारी शिनगारे ने कहा कि इन योजनाओं के माध्यम से जल स्रोतों के सुदृढ़ीकरण, जलयुक्त शिवार अभियान के प्रथम चरण में किये गये कार्यों की यथावश्यक मरम्मत एवं नये कार्यों को तत्काल प्रारंभ करने में तेजी लायी जाये।
वसुंधरा मंडल संस्था ने जिले में जल संरक्षण के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया है। जलयुक्त शिवार अभियान में इस संस्था के साथ-साथ नाम फाउंडेशन, पानी फाउंडेशन, भारतीय जैन एसोसिएशन जैसे धर्मार्थ संगठनों के सहयोग से तुरंत काम शुरू किया जाना चाहिए। जिले में भिवंडी तालुका, कोनगांव, शहापुर और टेम्भा और मुरबाड तालुका में कुडवली में तालाब से कीचड़ निकालने का काम शुरू हो गया है। बताया गया कि अब तक 20 हजार क्यूबिक मीटर कीचड़ निकाली जा चुकी है।
जिले में प्रधानमंत्री कृषि सिंचन योजना की विस्तृत परियोजना योजना तैयार की गई है। कुल 28 कार्य लिए गए हैं जिसमें 6 कार्य प्रारंभ किए गए हैं। शेष 22 कार्य तत्काल प्रारंभ किए जाएंगे। सरकारी एजेंसियों को जलयुक्त शिवार और कीचड़ मुक्त बांध योजनाओं के कार्यों के साथ बारिश के पानी के भंडारण के लिए सिंचाई योजना के कार्यों में तेजी लानी चाहिए।