मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] भारत में मौजूद अग्रणी यूरोपियन ब्राण्ड रेनोभारत में 10,00,000 वाहनों के उत्पादन की उपलब्धि हासिल कर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इस उल्लेखनीय उपलब्धि से रेनो की विनिर्माण दक्षता दिखती है और भारतीय ग्राहकों को उच्च-गुणवत्ता के वाहन आपूर्तित करने के लिये उसकी प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करती है।
इस यादगार सफलता में चेन्नई में स्थित रेनो के अत्याधुनिक विनिर्माण संयंत्र ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रतिवर्ष 4,80,000 यूनिट्स बनाने की क्षमता के साथ यह सुविधा उत्कृष्टता एवं नवाचार के लिये रेनो की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। कंपनी ने विनिर्माण, टेक्नोलॉजी और मानव संसाधन में बड़ा निवेश किया है और उत्पादन के लिये एक मजबूत बुनियादी ढांचा बनाया है, जो गुणवत्ता एवं क्षमता के उच्चतम मानक सुनिश्चित करता है। रेनो और निसान के गठजोड़ ने छह उत्पादों के विकास में सहयोग देने के लिये 5300 करोड़ रूपये की बड़े निवेश का वचन दिया है।
रेनो के मल्टी–टीयर सप्लायर्स और डीलर्स के एक बड़े इकोसिस्टम के साथ उसकी विनिर्माण सुविधा ने अर्थव्यवस्था, समाज और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारत सरकार के मेक-इन-इंडिया के सपने के मुताबिक, कंपनी ने विगत वर्षों में अपने निर्यात को मजबूती दी है। रेनो इंडिया अभी तीन पैसेंजर व्हीकल मॉडल्स की पेशकश करती है, जिनमें भारत में उसके ग्राहकों के लिये लोकप्रिय क्विड, काइगर और ट्राइबर हैं और कंपनी सार्क, एशिया प्रशांत, भारतीय समुद्री क्षेत्र, दक्षिण अफ्रीका तथा पूर्वी अफ्रीका क्षेत्रों में 14 देशों को निर्यात करती है।
रेनो इंडिया ऑपरेशंस के कंट्री सीईओ और प्रबंध निदेशक वेंकटराम ममिल्लापल्ली के अनुसार, ‘’भारत में 10,00,000 वाहनों का उत्पादन करना रेनो के लिये एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह भारतीय बाजार के लिये हमारी अटूट प्रतिबद्धता और ग्राहकों का हम पर भरोसा दर्शाता है। हम अपने ग्राहकों, डीलर पार्टनर्स कर्मचारियों और सभी साझीदारों के बहुत आभारी हैं, जिन्होंने इस यादगार सफर में अपना योगदान दिया है। हम उत्कृष्टता के लिये हमेशा प्रयासरत रहेंगे और ऐसे रोमांचक उत्पादों को पेश करने की परंपरा जारी रखेंगे, जो हमारे ग्राहकों की उम्मीदों से बढ़कर हों।‘’
रेनो क्विड, काइगर और ट्राइबर की पूरी रेंज ह्यूमन फर्स्ट प्रोग्रामके तहतअभिनव एवं उन्नत सुरक्षा खूबियों के साथ आती है। यह प्रोग्राम दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करने और यात्रियों तथा पदयात्रियों को व्यापक पैमाने पर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। इस प्रोग्राम के हिस्से के रूप में, रेनो ने भारत में अपनी पूरी उत्पाद श्रृंखला में नये और उन्नत सुरक्षा फीचर्स अपग्रेड और पेश किये हैं, जो कि दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करने और संपूर्ण सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिये हैं। ह्यूमन फर्स्ट प्रोग्राम के तहत रेनो इंडिया की उत्पाद श्रृंखला में अभिनव एवं बेहतरीन सुरक्षा खूबियाँ सन्निहित हैं, जैसे कि घुमावदार सड़कों पर ज्यादा नियंत्रण के लिये इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम (ईएसपी), जो नये और अनुभवी, दोनों चालकों के लिये है, हिल स्टार्ट असिस्ट (एचएसए), जो ब्रेकिंग के बाद ऊपर से स्टार्ट करने पर कार को पीछे जाने से रोकता है, ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम (टीसीएस), जो पहिये की गति में अनियमिताओं को पहचानता है, फिसलाने वाली सतहों पर पकड़ बनाये रखने के लिये घुमाव को ऑटोमेटिक तरीके से कम करता है और टायर प्रेशन मॉनिटरिंग सिस्टम (टीपीएमएस), जो वाहन में कम फूले या पंक्चर टायरों का रियल-टाइम अलर्ट देता है।
रेनो इंडिया इस महत्वपूर्ण उपलब्धि का जश्न मना रही हे है और उच्च-गुणवत्ता वाले वाहनों तथा ग्राहकों को बेजोड़ अनुभव प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरा रही है। रेनो रेंज के सभी मॉडल्स आज न सिर्फ हाई टेक खूबियों और सेफ्टी वाले हैं, बल्कि खरीदी पर ग्राहक को रोमांचक फायदे भी देते हैं। एक ब्राण्ड के तौर पर रेनो अपने मौजूदा ग्राहकों के लिये एक बेहतरीन लॉयल्टी प्रोग्राम की पेशकश कर रही है, जिसमें वे अपने मौजूदा रेनो वाहन को नये वाहन में अपग्रेड कर सकते हैं, जहाँ खास उनके लिये तैयार किये गये अतिरिक्त फायदे मिलेंगे। एक मजबूत आधार, एक बढ़ते नेटवर्क और ग्राहक पर केन्द्रित दृष्टिकोण के साथ रेनो भारतीय ऑटोमोटिव बाजार में लगातार सफलता और तरक्की पाने की स्थिति में है।