मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] नुवोको विस्टाज कॉर्प. लिमिटेड, जिसे योग्यता के मामले में भारत का पांचवां सबसे बड़ा सीमेंट समूह कहा जाता है, गर्व से घोषणा करता है कि उसके प्रायोजक उत्पाद, ”फाइबर रिइंफोर्सड सीमेंट कम्पोजीशन ‘ जिसे बाजार में ‘ड्यूरागार्ड माइक्रोफाइबर सीमेंट‘ के नाम से ब्रांडेड किया गया है, के लिए एक पेटेंट प्राप्त किया है। यह पेटेंट, आवेदन की तारीख, 4 अप्रैल, 2018 से प्रभावी है और इसे अगले 20 वर्षों के लिए विशेष अधिकार मिले है।
कंक्रीट सुदृढीकरण के लिए फाइबर को उपयोग करने की अवधारणा 1960 के दशक में में उत्पन्न हुई थी। ‘ड्यूरागार्ड माइक्रोफाइबर सीमेंट‘ ने इस ऐतिहासिक विकास का उपयोग करके भारतीय सीमेंट बाजार में क्रांतिकारी बदलाव लाने का प्रयास किया है। इस फाइबर-आधारित सीमेंट ने सीमेंट की बॉन्डिंग प्रक्रिया को महत्वपूर्ण रूप से बेहतर बनाया है, दरार प्रतिरोध में सुधार किया है, पारगम्यता को कम किया है, प्रभाव शक्ति और दीर्घकालिता में सुधार करने के साथ एक सुगम सतह स्वरूप प्रदान किया है।
ड्यूरागार्ड माइक्रोफाइबर सीमेंट की एक ख़ास विशेषता है कि इस उत्पाद में फाइबर्स की दृष्टिगत उपस्थिति होती है, जो माइक्रो सुदृढ़न एजेंट के रूप में काम करती हैं, जिससे सीमेंट वर्षों तक रिसाव, नमी, दरारें, सुक्षण और थर्मल तनावों का सामना कर सकता है। यह सीमेंट उच्च गुणवत्ता वाले क्लिंकर से निर्मित है, जिसमें 48-52% ट्राइकैल्शियम सिलिकेट (C3S) और लो ट्राइकैल्शियम एल्यूमिनेट (C3A) होता है, और यह सीमेंट उच्च गुणवत्ता वाले इलेक्ट्रोस्टैटिकली अवक्षेपित सूखे फ्लाई ऐश का उपयोग करता है, जो सर्वोच्च गुणवत्ता मानकों को पूरा करता है।
ड्यूरागार्ड माइक्रोफाइबर सीमेंट का उपयोग निर्माण के हर चरण में किया जाता है, जिसमें नींव रखने से लेकर पलस्तर और छत की ढलाई तक शामिल है, जो सूक्ष्म दरारों के खिलाफ दीर्घकालिक सुरक्षा प्रदान करता है। परिणामस्वरूप, संरचनाओं की आयु में वृद्धि और रखरखाव लागत में कमी से लाभ होता है।