ठाणे [ युनिस खान ] गणपति विसर्जन और ईद ए मिलादुन्नबी एक दिन ही दिन होने के चलते सामाजिक सौहार्द बनाने के उद्देश्य से गुरूवार 28 सितंबर की बजाय शुक्रवार 29 सितंबर को जुलुस निकाला जायेगा। राज्य सरकार और आरबीआई ने 28 के बदले 29 सितंबर को अवकाश घोषित कर दिया है। जुलुस को एक दिन आगे बढ़ाने का निर्णय मुंबई में केंद्रीय जुलूस कमेटी , खिलाफत हाउस में हुई बैठक में लिया गया है। मुंबई और आसपास के शहरों के लोग शामिल होकर निर्णय का स्वागत किया है। इस आशय की जानकारी मौलाना मुइनुद्दीन अशरफ ने देते हुए बताया की मुंब्रा में शुक्रवार की दोपहर 3 बजे से जुलुस की शुरुआत होगी।
गत वर्षों की तरह मुंब्रा और राबोड़ी में ईद ए मिलादुन्नबी का जुलुस निकाला जाता है। जिसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के साथ अन्य समाज के लोग भी जुलुस का स्वागत करते है। दसवें दिन की गणपति विसर्जन और ईद ए मिलादुन्नबी का त्यौहार एक ही दिन आया है। जिससे सामाजिक सौहार्द , आपसी भाईचारा और क़ानून व सुव्यवस्था बनाये रखने के उद्देश्य से जुलुस 28 सितंबर की बजे 29 सितंबर की आयोजित जा रहा है। गणेश विसर्जन और जुलुस दोनों एक ही दिन होने के कारण यातायात जाम और पुलिस पर भीड़ को नियंत्रण करने की समस्या नहीं रहेगी। मौलाना मुइनुद्दीन अशरफ ने कहा है कि दोनों जुलूस का टकराव न हो और एक दूसरे के सहयोग से एक दूसरे का त्योहार खुशी खुशी मनाने का मौका मिल जाए। यह अच्छी बात है। इसलिए सभी मुस्लिम धर्म गुरुओं और जिम्मेदारों ने शांतिपूर्ण तरीके से जुलुस को सफल बनाने की अपील की है।
मौलाना मुइनुद्दीन अशरफ ने बताया कि मुंब्रा से निकलने वाला जुलूस जुम्मा की नमाज के बाद बॉम्बे कॉलोनी से दोपहर 3 बजे रवाना होगा और हजरत फखरुद्दीन शाह रहमतुल्ला अलेह दरगाह पर रात ईशा की नमाज पर खत्म होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की खुराफात जुलूस में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो लोग कुछ करना चाहते हैं ईद ए मिलादुन्नबी के मौके पर चैरिटी करें जिससे बच्चों को शिक्षा और मरीजों के इलाज , गरीबों को राशन उपलब्ध कराने में मदद की जा सके।