



ठाणे [ इमरान खान ] महिला एवं बाल विकास विभाग ने सड़क पर रहने वाले बच्चों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए एक अभिनव योजना के तहत मोबाइल स्कूल की अवधारणा को लागू किया। जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी महेंद्र गायकवाड़ ने बताया कि इस परियोजना के दूसरे चरण में गुरुवार, 20 जून को नवी मुंबई और अंबरनाथ नगर परिषद के अधिकार क्षेत्र के तहत 450-500 बच्चों को शैक्षणिक वर्ष 2024-25 में मनपा स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा। 2024. है।
शैक्षणिक वर्ष 2022-2023 में सड़क पर रहने वाले बच्चों के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की अभिनव योजना के तहत ठाणे जिले सहित राज्य के 7 जिलों में मोबाइल स्कूल की अवधारणा को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 1 फरवरी 2023 से अगस्त 2023 तक ठाणे जिले में बहुत सफलतापूर्वक लागू किया गया है। शैक्षणिक वर्ष 2023-2024 में लगभग 170 सड़क पर रहने वाले बच्चों को ठाणे और भिवंडी मनपा के स्कूलों में प्रवेश दिया गया था।
इस परियोजना के दूसरे चरण में, महिला एवं बाल विकास विभाग ठाणे कार्यालय पिछले 6 से 7 महीनों से नवी मुंबई नगर निगम और अंबरनाथ नगर परिषद के अधिकार क्षेत्र में आने वाले सड़क पर रहने वाले बच्चों के साथ काम कर शिक्षा से जोड़ने का कार्य किया है। उक्त बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलाया जाए और उनकी पढ़ाई ठीक से हो इसके लिए बच्चों की काउंसिलिंग की गई है। इन सबके अलावा, सड़कों पर रहने वाले और स्कूल न जाने वाले लगभग 450 से 500 बच्चों को इस वर्ष 2024-2025 के शैक्षणिक वर्ष में विभिन्न नगरपालिका स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा।
इन बच्चों के स्कूल प्रवेश पत्र महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव अनुप कुमार यादव (बी.पी.एस.) के तत्वावधान में वितरित किये जायेंगे। इस कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास आयुक्त शामिल होंगी और जिलाधिकारी अशोक शिंगारे इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। साथ ही ठाणे जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी महेंद्र गायकवाड ने जानकारी दी है कि वर्ष 2023-24 में 10 वीं और 12 वीं पास करने वाले अनाथालय के 50 बच्चों के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया है।