ठाणे [ युनिस खान ] वर्क फ्राम होम की सुविधा होने पर अनेक विद्यालय शिक्षकों बगैर किसी कारण बुला रहे हैं। अब शिक्षा उप संचालक के आदेश के बाद ठाणे ,रायगढ़ व पालघर के शिक्षकों बगैर कारण विद्यालयों में बुलाने पर अंकुश लगने से शिक्षकों को राहत मिल गयी है।
मुंबई भाजपा भाजपा शिक्षक आघाडी के संयोजक अनिल बोरनारे ने 14 सितम्बर को मुंबई शिक्षा उप संचालक से शिक्षकों को अनावश्यक विद्यालयों में बुलाये जाने की शिकायत किया था। शिकायक के मद्देनजर शिक्षा उप संचालक ने ठाणे , रायगढ़ ,व पालघर जिले के विद्यालयों को आदेश देने का शिक्षा अधिकारीयों को निर्देश दिया है। कोरोना काल में विद्यालय बंद होने से आन लाईन शिक्षा शुरू है। इसके बावजूद अनेक विद्यालय सप्ताह में एक दो दिन किसी न किसी बहाने शिक्षकों को विद्यालय में बुला रहे है। लोकल ट्रेन सेवा व पब्लिक ट्रांसपोर्ट के आभाव में शिक्षकों हजारों रूपये किराया देकर विद्यलय जाना पड़ता है। अनेक शिक्षक कोरोना संक्रमित हैं वहीँ ठाणे जिला व राज्य में कई शिक्षकों की मृत्यु हो चुकी है। 24 जून को स्कूली शिक्षा विभाग ने परिपत्र जारी कर वर्क फ्राम होम की सुविधा दिया था ,सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था बंद होने के चलते विद्यालय शुरू होने तक महिला शिक्षक , सांस रोग ,मधुमेह ,रक्तचाप ,ह्रदय रोग व 55 आयु वर्ग से अधिक के पुरुष शिक्षकों को विद्यालय में न बुलाने का निर्देशित किया गया था। अनेक विद्यालयों में शिक्षकों को मामूली कारण बताकर बुलाये जाने की शिकयत मिल रही है। इन घटनाओं से शिक्षकों को आर्थिक व मानसिक समस्या हो रही है वाही कोरोना संक्रमण का भय बाधा रहा है। राज्य में अनेक शिक्षकों को कोरोना के चलते जान गवाना पड़ा है। कल शिक्षा उप संचालक के आदेश जारी करने के बाद शिक्षकों को बड़ी राहत मिल गयी है। अब शिक्षक वर्क फ्राम होम करें ऐसे भाजपा शिक्षक आघाडी मुंबई के संयोजक अनिल बोरनारे ने कहा है।