ठाणे [ युनिस खान ] कोरोना संक्रमण के बाद हीरानंदानी यंग फ़ुटबाल आकादमी के खिलाड़ी एक बार फिर मैदान में उतर गए हैं .आन लाईन के माध्यम से मेहनत करने के छः माह बाद मैदान में उतरने से खिलाड़ियों में उत्साह दिखाई देने लगा है . फ़ुटबाल के प्रशिक्षक लोसियस वाज ने कहा है कि कोरोना काल में खिलाडियों ने घर में आन लाईन मेहनत किया है लेकिन फ़ुटबाल मैदान के बगैर खेलना संभव नहीं है .इसके लिए मैदान में उतरना ही पड़ता है . छः माह लाक डाउन के चलते आन लाईन प्रशिक्षण चल रहा था अब एक बार फिर खिलाड़ी मैदान में उतर गए हैं . नए उत्साह ,जोश के साथ सुरक्षा ,मास्क , सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आगे होने वाली फ़ुटबाल स्पर्धा के लिए अभ्यास करते खिलाड़ी हीरानंदानी घोडबंदर मैदान में दिखाई दे रहे हैं . लम्बे समय से एक दुसरे से मैदान में मिलने से खिलाड़ी ख़ुशी व्यक्त करते हुए खेलने लगे हैं . खेल स्वस्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होने के साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाकर बच्चों में कोरोना को मात देने की क्षमता निर्माण करता है .इसके लिए योग , आहार , व्यायाम ,खेल महत्वपूर्ण है .खेलने का आवसर मिलने से बच्चे ख़ुशी का इजहार करने के साथ ही सरकार का भी आभार व्यक्त कर रहे हैं .बच्चों की ख़ुशी देख अविभावक भी खुश है . खिलाडियों के मैदान में उतरने से मैदान में रौनक आने लगी है . [ फोटो – प्रफुल्ल गांगुर्डे ] .