ठाणे [ युनिस खान ] ब्रम्हांड इलाके के हजारों परिवारों की बिजली खंडित होने से समस्या सुलझ गयी है। बड़े बिल्डरों के विरोध के चलते भूमिगत बिजली केबल बिछाने में बाधा आने के चलते नागरिकों को बिजली जाने की समस्या का सामना करना पड़ता था। नगर सेवक मनोहर डुंबरे के प्रयास से भूमिगत केबल बिछाने का मार्ग साफ़ हो गया है।
ब्रम्हांड इलाके की अनेक इमारतों व चाल में भूमिगत केबल से बिजली आपूर्ति की जा रही है वहीँ कुछ इमारतों व चालों में खम्भे के तार से बिजली आपूर्ति किये जाने से बिजली खंडित होने की समस्या हो रही थी। इसके निराकरण के लिए महावितरण के अतिरिक्त कार्यकारी अभियंता विजय सोनावले ने वरिष्ठ अधिकारीयों से भूमिगत बिजली केबल बिछाने के प्रस्ताव मंजूर कराया था। एक बड़े बिल्डर ने अपने भूखंड से केबल लेजाने का विरोध किया। जिसके चलते पिछले दो वर्ष से काम अधर में लटका हुआ था। इस कार्य के लिए 20 लाख निधि मंजूर थी। कोरोना संक्रमण व लाक डाउन के चलते अनेक नौकरी पेशा लोग वर्क फ्राम होम काम कर रहे हैं जिससे बिजली जाने से लोगों परेशानी हो रही था। लोगों की समस्या को देखते हुए नगर सेवक डुंबरे ने एक फिर केबल डलवाने का काम शुरू कराया गया। महावितरण के अधिकारी श्रीजी व्रजभूमि संकुल के नागरिकों की उपस्थिति में काम शुरू कराया। उसी दौरान बिल्डर अपने बाउंसरों के साथ आकर काम बंद करा दिया। इसके बाद मौके पर पुलिस आ गयी। नगर सेवक डुंबरे के अड़ जाने पर बिल्डर के पीछे हट जाने से केबल बिछाने का मार्ग खुल गया। भूमिगत केबल बिछाने से करीब सात हजार परिवारों को बिजली की आँख मिचौनी की समस्या से छुटकारा मिलने वाला है।