ठाणे [ युनिस खान ] कोरोना काल में गरीबो व जरूरतमंद लोगों के आंसू पोछने के लिए निःस्वार्थ सेवा करने का नाम है विधायक संजय केलकर , इस आशय की भावना व्यक्त करते हुए रेलवे स्टेशन पर बूट पालिस कर अपना उदरनिर्वाह करने वाले सुरेन्द्र सकट ने व्यक्त किया है। सुरेन्द्र और उसके अनेक साथी ठाणे रेलवे स्टेशन पर बूट पालिस का कम करते हैं।
कोरोना और लाक डाउन से करीब एक वर्ष से बूट पालिस करने वाले व्यवसायी परेशान हैं। जब ट्रेनों से यात्रा करने वाले लोगों की संख्या घट गयी तो उनके धंधे प्रभावित होना स्वाभाविक ही है। कोरोना काल में सभी क्षेत्रों पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। कोरोना उत्पन्न आर्थिक संकट व बेरोजगारी हर क्षेत्र लोगों की कमर तोड़ दिया है। इसी तरह परेशान बूट पालिस करने वाले सुरेन्द्र का कहना है हम बूट पालिस करने वाले गरीबों पर गत आठ माह से कोरोना का कहर बरपा है। हम जैसे लोगों के सामने भुखमरी जैसा संकट आया। ऐसे समय में कोई हमारी मदद के लिए आया तो वह विधायक केलकर ही हैं। हम उनके मतदाता भी नहीं है लेकिन वे हम बूट पालिस करने वाले लोगों के प्रमुख सल्लागार होने की वजह से हमेशा मदद करते हैं। वह भगवान् तो नहीं इंसान हैं लेकिन हमारे लिए भगवान् से कम भी नहीं है। वे हम बूट पालिस करने वाले गरीब परिवारों को आर्थिक मदद व राशन उपलब्ध करने का काम करते रहे हैं। हमारे जनप्रतिनिधि और राजनेता इसी तरह गरीबों व जरुरतमंदों की मदद करने लगे तो शायद गरीबों की कोई समस्या नहीं होगी। विधायक केलकर के सेवाभावी कार्यों को देखने से लगता है कि इंसानियत अभी भी जिन्दा है।
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