ठाणे [ युनिस खान ] सिंघानिया स्कूल के सामने एक व अन्य दो स्थानों में पादचारी पुल बनाने के मुद्दे पर भाजपा शिवसेना आमने सामने आ गयी है। मनपा में भाजपा गटनेता मनोहर डुंबरे ने कहा था कि मेट्रों लाईन के चलते व कुछ अनुपयोगी पादचारी निकाले जाने वाले हैं। प्रस्तावित स्थानों पर उन्हीं पुलों की फिटिंग कराके करीब 13 रूपये मनपा का बचाया जा सकता है। उन्होंने मनपा में सत्ताधारी शिवसेना पर चुनाव फंड के लिए नए पादचारी पुल बनाने का आरोप लगाया था। इसी मुद्दे को लेकर शिवसेना नगर सेविका , नगर सेवक व कार्यकर्ताओं ने आज उनके कक्ष में घुसकर घेराव करते हुए माफ़ी मांगने की मांग किया है। भाजपा गटनेता डुंबरे ने कहा है कि घोडबंदर रोड इलाके में तत्वज्ञान विद्यापीठ , आर माल्स , विवियाना माल्स , आनंद नगर टोलनाका आदि स्थानों में पादचारी पुल बनाये गए है। उक्त पुलों का उपयोग नहीं हो रहा है ऐसा माना जाता है कि उक्त पादचारी पुलों का निर्माण माल्स के लिए कराया गया है। उन्होंने कहा कि अब कड्बरी जंक्शन के निकट सिंघानिया स्कूल के पास 3 . 74 करोड़ रूपये खर्चकर पादचारी पुल बनाया जाने वाला है जिसका भूमिपूजन हालही में महापौर नरेश म्हस्के के हाथो किया गया। वहीँ घोडबंदर रोड इलाके के कारमेल मानपाडा व पंचामृत इलाके में करीब 9 करोड़ रूपये खर्च कर दो पादचारी पुल बनाया जा रहा है। भाजपा गटनेता डुंबरे ने कहा है कि पहले से बने पादचारी पुलों का उपयोग नहीं हो रहा है जबकि घोडबंदर रोड इलाके के कई पादचारी पुल हटाये जाने वाले है। निकाले जाने वाले पादचारी पुलों स्थान पर फिटिंग कराया जा सकता है ऐसा मनपा ने दावा किया था। भाजपा गटनेता डुंबरे ने कहा कि जब पुराने पुल को नए स्थान में फिट किया जा सकता है तो नए पुल पर मनपा का करोड़ों रूपये खर्च क्यों किया जाए। मनपा में सत्ताधारी शिवसेना पर चुनाव फंड जमा करने के लिए नए पादचारी पुल बनाने के मुद्दे को लेकर आज वर्तक नगर प्रभाग समिति की अध्यक्ष राधिका फाटक के नेतृत्व में शिवसेना गटनेता दिलीप बारटक्के नगर सेवक सिद्धार्थ ओवलेकर , विकास रेपाले ,गलिच्छ बस्ती निर्मूलन सभापति साधना जोशी , मिनल संख्ये , नगर सेविका विमल भोईर ,देवगढ़ संपर्क प्रमुख राजेन्द्र फाटक , शिवसेना विभाग प्रमुख प्रियंका मसूरकर ,रोहिणी ठाकुर आदि भाजपा गटनेता के कक्ष में घुसकर घेराव कर माफ़ी मांगने की मांग किया। भाजपा का कहना है कि हमने अपना मत व्यक्त किया है लोकतान्त्रिक तरीके से विरोध करने का हमारा अधिकार है। मेरा विरोध करना है तो लोक तांत्रिक तरीके से करो लेकिन कोरोना काल में जब सोशल डिस्टेंसिंग का नियम लागू रहने की स्थिति बड़ी संख्या में मेरे कक्ष में आना अपराध है। इसके लिए मैंने मनपा आयुक्त और पुलिस से कार्रवाई की मांग किया है।