ठाणे [ युनिस खान ] प्रेमिका से मारपीट के मामले में महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल के प्रबंध निदेशक अनिल गायकवाड़ के बेटे अश्वजीत गायकवाड़ समेत तीन लोगों के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज करने के बावजूद को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। इस घटना को लेकर आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 307 लगाने की मांग हो रही है। ठाणे पुलिस आयुक्त जयजीत सिंह ने मामले की गहन जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) नियुक्त किया। इस मामले पर राज्य महिला आयोग ने संज्ञान लिया है और आयोग ने ठाणे जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त से तत्काल रिपोर्ट मांगी है।
26 वर्षीय प्रेमिका प्रिया उमेद सिंह घोड़बंदर रोड के वाघबील इलाके में रहती है। पीड़िता ने दावा किया है कि उसका अश्वजीत गायकवाड़ के साथ पिछले साढ़े चार साल से प्रेम संबंध चल रहा था। 11 दिसंबर को सुबह 4.30 बजे अश्वजीत ने घोड़बंदर के एक होटल के पास मिलने के लिए बुलाया। पीड़ित ने आरोप लगाया कि वहां आने के बाद उन्होंने उसके साथ मारपीट की और कार से टक्कर मारकर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस मामले में पीड़िता की शिकायत के आधार पर कासार वडवली पुलिस ने अश्वजीत समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस अपराध में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
इस मामले में पीड़ित लड़की ने धारा 307 के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है और पीड़ित लड़की की वकील दर्शना पवार ने यही मांग करते हुए इस मामले में न्यायालय जाने की चेतावनी दी थी। इस मामले में एक बड़े उद्योगपति का हस्तक्षेप है और शहर में चर्चा है कि इस मामले में पुलिस पर दबाव है। ठाणे पुलिस आयुक्त जयजीत सिंह ने मामले की गहन जांच के लिए परिमंडल पांच के पुलिस उपायुक्त अमरसिंह जाधव की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) नियुक्त किया है।