ठाणे [ युनिस खान ] कोरोना के उपचार में उपयोगी साबित होने वाले रेमडेसीवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी दो आरोपियों को पुलिस क हफ्ता विरोधी दस्ते ने गिरफ्तार कर 21 इंजेक्शन बरामद किया है। रेमडेसीवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों पर अंकुश लगाने के लिए वरिष्ठ अधिकारीयों के निर्देश पर पुलिस ने कार्रवाई किया है।
पुलिस के हफ्ता विरोधी दस्ते के वरिष्ठ निरीक्षक राजकुमार कोथमिरे ने बताया कि रेमडेसीवीर इंजेक्शन की विक्री करने लिए तीन हाथनाका के निकट एक व्यक्ति के आने की सूचना मिली। जिसके आधार पर औषधि व अन्न प्रशासन के अधिकारीयों की उपस्थिति में सामाजिक कार्यकर्ता वीनू वर्गिस को भेजा गया। इंजेक्शन की विक्री करते हुए हुए पुलिस ने आतिफ फरोग अंजुम [22] को रंगेहाथ गिरफ्तार कर 16 इंजेक्शन बरामद कर लिया। उससे पूंछतांछ में मिली जानकारी के आधार पर बालकुम नाका इलाके से प्रमोद सखाराम ठाकुर [31] को गिरफ्तार कर उसके पास से ५० इंजेक्शन बरामद किया है। मुंबई कुर्ला के कामगार नगर में रहने वाला आतिफ और ठाणे जिले के भिवंडी के ठाकुर पाडा में रहने वाला प्रमोद दोनों रेमडेसीवीर इंजेक्शन निर्धारित कीमत से अधिक 5 से दस हजार रूपये में कालाबाजारी करते थे। दोनों आरोपियों को 21 इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार करने के बाद एफडीए के निरीक्षक कैलाश खापेकर की शिकायत पर वागले इस्टेट पुलिस ने भादवि की धारा 420 , 34 , अनुच्छेद 26 औषधि नियंत्रण आदेश 2013 , जीवन आवश्यक वस्तु अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस के हफ्ता विरोधी दस्ते व एफडीए के अधिकारी कोरोना के इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले रैकेट का पर्दाफास करने के लिए छानबीन कर रहे हैं।