



ठाणे [ युनिस खान ] राकांपा के दो गुटों में बटने के बाद ठाणे में राजनीति गरमाने लगी है। राकांपा के पूर्व नगर सेवक व एमएलसी उम्मीदवार रहे नजीब मुल्ला ने कलवा मुंब्रा विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने का संकेत दिया है। यदि ऐसा हुआ तो वे शरद पवार गुट के विधायक व पूर्व मंत्री डा जितेन्द्र आव्हाड को चुनौती देंगे।
राकांपा में विभाजन के बाद आज नजीब मुल्ला ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैं पहले से अजीत पवार की कार्य शैली से प्रभावित होकर उनके साथ हूँ। पार्टी किसके पास है यह सबने दो दिन पहले देखा है। अजित पवार राकांपा के अधिकृत राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। अजीत पवार और प्रफुल पाटील का जिस तरह आदेश आएगा उसीके अनुसार मैं काम करूँगा। मुंब्रा से विधायक बनने से सवाल पर मुल्ला ने कहा कि मुंब्रा से हमारा पहले से संबंध है। वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में जितेन्द्र आव्हाड को मुंब्रा ले गए और वहां की जनता ने पूरा सहयोग दिया तब से आज तक वे विधायक हैं। मुंब्रा के विकास और वहां के लोगों के लिए काम किया। मनपा की महासभा और स्थाई समिति से सर्वाधिक निधि उपलब्ध कराया है। मुल्ला ने कहा कि उपमुख्यमंत्री पवार के जन्मदिन के अवसर पर कार्यालय शुरू करेंगे। जिस तरह से अजीत पवार और जितेन्द्र आव्हाड के बीच तीखे बयानबाजी हो रही है। ऐसे में नजीब मुल्ला के अजीत पवार गुट में जाने से कलवा मुंब्रा विधानसभा क्षेत्र में अजित पवार गुट आव्हाड को टक्कर देने की तैयारी कर लिया है। मुस्लिम बाहुल मुंब्रा से नजीब मुल्ला के उतरने से आव्हाड को कड़ी चुनौती मिलेगी। मनपा के आगामी आम चुनाव में आव्हाड को घेरने के लिए शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट पहले से प्रयास में लगा था अब राकांपा के विभाजन के बाद आव्हाड के लिए राजनितिक संकट गहराने लगा है।