




ठाणे [ युनिस खान ] कोरोना का संक्रमण बढ़ने से अस्पतालों में बेड व उपचार सामग्री की कमी सामने आ रही है। मनपा ने करोडो रूपये खर्चकर तीन कोविड अस्पताल बनाया है जिसमें तज्ज्ञ डक्टरों व स्टाफ की कमी के चलते मरीजों को योग्य चिकित्सा सुविधा मिलने में कठिनाई हो रही है। इस तरह सवाल उठाते हुए मनपा में विरोधी पक्षनेता अशरफ शानू पठान ने कहा है की सेवा देने वाली कंपनी समझौते का पालन नहीं करती तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा है कि शहर में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने से रोकने व दवा उपचार के लिए मनपा हरसंभव प्रयास कर रही है। कोरोना मरीजों को योग्य उपचार सेवा मुहैया कराने के लिए मनपा ने करोड़ों रूपये खर्चकर ग्लोबल अस्पताल , पार्किंग प्लाजा इमारत और वोल्टास कंपनी की जगह में तीन स्थानों में अस्पताल बनाया है। तीनों कोविड सेंटर में आरोग्य सेवा मुहैया कराने के लिए मनपा ने ओम साईं कंपनी से समझौता किया है। विरोधी पक्षनेता पठान ने कहा है कि तीनों सेंटरों में समझौते के अनुसार तज्ज्ञ डाक्टर व स्टाफ उपलब्ध नहीं कराया गया है। तीनों कोरोना सेंटरों के आयसीयु में 20 तज्ज्ञ डाक्टर , 40 कंसल्टेंट ,500 नर्स व 500 वार्ड ब्याय की कमी दिखाई दे रही है। ओम न कंपनी ने मनपा के ह समझौते में जितनी आवश्यकता होगी उतने कर्मचारी नियुक्त करने की जिम्मेदारी ली है। मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद भी डाक्टर व स्टाफ की भर्ती नहीं किया है। ऐसी स्थिति में मरीजों को होने वाली समस्या के लिए कौन जिम्मेदार होगा ऐसा सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि भाईंदर पाडा के कोविड सेंटर के मनमानी कार्यभार का मुद्दा महासभा न उठाया उसमें सुधार हुआ या नहीं। सोमवार से तीनों कोविड सेंटरों का दौराकर निरिक्षण करेंगे।
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