ठाणे [ युनिस खान ] कोरोना के मरीजों की बढती संख्या के चलते आक्सीजन कमी को पूरा करने के लिए मनपा ने दो आक्सीजन प्रकल्प शुरू करने का निर्णय लिया है। दोनों प्रकल्प से प्रतिदिन करीब 20 टन आक्सीजन निर्माण होने वाली है। आक्सीजन निर्माण करने वाला यह प्रकल्प 30 अप्रैल तक शुरू हो जायेगा। यह आक्सीजन निर्माण प्रकल्प शुरू करने के लिए जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे , महापौर नरेश म्हस्के ,मनपा आयुक्त डा विपिन शर्मा प्रयास कर रहे थे जिससे मनपा आक्सीजन के लिए आत्मनिर्भर बन जायेगी ।
गत कई दिनों से ठाणे शहर में कोरोना मरीजों के उपचार के लिए आक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ा। ठाणे शहर ही नहीं संपूर्ण राज्य में आक्सीजन की कमी की समस्या बनी हुई है। आक्सीजन की कमी से मरीजों को कोई समस्या न हो इसके लिए मनपा पार्किंग प्लाजा में भर्ती कोरोना मरीजों को ग्लोबल कोविड अस्पताल में स्थानांतरित किया। इसके बाद मनपा अस्पताल व शहर की निजी अस्पतालों में आक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए अपना आक्सीजन निर्माण प्रकल्प लगाने का निर्णय लिया। इसके लिए मनपा ने पीएसए तकनीक आधारित खुद के दो प्रकल्प लगाने की तैयारी की है। ठाणे मनपा के ठाणे कोविड अस्पताल व पार्किंग प्लाजा अस्पताल में दो आक्सीजन प्रकल्प लगाया रहा है। एक प्रकल्प में 24 घंटे के दौरान करीब 175 आक्सीजन सिलेंडर तैयार करने की क्षमता है। जिससे दोनों प्लांट में प्रतिदिन 20 टन आक्सीजन तैयार होगी। औरंगाबाद की आयराक्स टेक्नोलाजिज प्रा लि के माध्यम से दोनों प्रकल्प लगाया जा रहा है। इसमें प्रेशर स्विंग ॲडसॉर्प्शन [ पीएसए ] तकनीक का उपयोग किया जाने वाला है। उक्त कंपनी ने इसके पहले नंदुरबार जिला परिषद् ,मुंबई महानगर पालिका ,सामान्य अस्पताल सिंधुदुर्ग ,बीड शासकीय अस्पतालों में ऐसा प्लांट लगाया है। प्लांट से 24 घंटे में 175 सिलेंडर आक्सीजन तैयार होगी। वर्तमान में ठाणे मनपा के कोविड अस्पताल लिए 20 टन और पार्किंग प्लाजा अस्पताल में 13 टन आक्सीजन की आवश्यकता है। इन दोनों प्लांट से दोनों अस्पताल की आक्सीजन की समस्या काफी हद तक हल होगी।