ठाणे [ युनिस खान ] जिले की सभी स्थानीय निकाय के अधिकार क्षेत्र में आने वाले सड़कों का मरम्मत का कार्य मई के अंत तक पूरा कराने का निर्देश नगर विकास मंत्री व जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिया है। जिले की मानसून पूर्व समीक्षा बैठक में उन्होंने इस आशय का निर्देश दिया है। आयसीयु में भर्ती कोरोन मरीजों के जान के खतरे को देखते हुए मानसून के दौरान बिजली आपूर्ति अखंडित रखने का निर्देश दिया है।
अभी कोरोना का बढ़ता संक्रमण के चलते आने वाला मानसून हम सभी के लिए एक परीक्षा होगी। इसलिए सभी को तैयार रहने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि जिले के कई अस्पतालों में कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। उनमें से कुछ मरीज आईसीयू में है। बारिश के मौसम में अखंडित बिजली उपलब्ध हो और बिजली की कमी के कारण किसी की जान न जाए यह सुनिश्चित करने के लिए प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने ठाणे शहर समेत जिले की सभी स्थानीय निकायों की मानसून पूर्व तैयारियों की समीक्षा की। इनमें मुख्य रूप से सड़को की मरम्मत, सार्वजनिक स्वच्छता, नाला सफाई, मेनहोल्स की वजह से दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नगर आयुक्त को हर संभव उपाय करने का निर्देश दिए। इसके अलावा अतिधोकादायक इमारत के नागरिकों को शिफ्ट करना, बाढ़ प्रवण क्षेत्रों में नाव की उपलब्धि, प्रत्येक निगम में कंट्रोल रूम की व्यवस्था रखने के भी निर्देश उन्होंने दिए।
बारिश के साथ आने वाली बीमारियों को रोकने के लिए दवाई, बेड्स आदि के लिए मेडिकल डिपार्टमेंट को तैयार रहने की सूचना दी गई। साथ ही लँड स्लाईड, पानी भरना, पूरजन्य परिस्थिती संभालने के लिए एनडिआरएफ के 3 पथके तैयार रखने की सुचना उन्होंने जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर को दी। बरसात के मौसम में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए स्थानीय निकायों के नियंत्रण कक्ष 24 घंटे शुरू रहना चाहिए। आपदा प्रबंधन सामग्री को अद्यतन रखे। जेसीबी, पोकलेन, क्रेन तैयार रखे। इसके अलावा, गोतेखोर गाँव के तैराकों की सूची तैयार रखे और आदि को प्राथमिकता दे यहाँ उह्नोने स्पष्ट किया। रेलवे विभाग को भो उनके क्षेत्र की नाला सफाई, पटरियों की मरम्मत के निर्देश उन्होंने दिए। एमआयडीसी क्षेत्र के सड़कों की तत्काल मरम्मत, खतरनाक पेड़ों की छंटाई, खुले तारों की मरम्मत का आदेश उन्होंने दिए। एमटीएनएल और बीएसएनएल ने उनके काम समय पर पूरा करे और बारिश के मौसम में गड्ढे न खोदने की चेतावनी भी उन्होंने अधिकारियों को दी। बैठक में जिलाधिकारी नार्वेकर और एमएमआर रीजन के 14 निकायों के आयुक्त, पुलिस अधिकारी और सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
अभी कोरोना का बढ़ता संक्रमण के चलते आने वाला मानसून हम सभी के लिए एक परीक्षा होगी। इसलिए सभी को तैयार रहने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि जिले के कई अस्पतालों में कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। उनमें से कुछ मरीज आईसीयू में है। बारिश के मौसम में अखंडित बिजली उपलब्ध हो और बिजली की कमी के कारण किसी की जान न जाए यह सुनिश्चित करने के लिए प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने ठाणे शहर समेत जिले की सभी स्थानीय निकायों की मानसून पूर्व तैयारियों की समीक्षा की। इनमें मुख्य रूप से सड़को की मरम्मत, सार्वजनिक स्वच्छता, नाला सफाई, मेनहोल्स की वजह से दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नगर आयुक्त को हर संभव उपाय करने का निर्देश दिए। इसके अलावा अतिधोकादायक इमारत के नागरिकों को शिफ्ट करना, बाढ़ प्रवण क्षेत्रों में नाव की उपलब्धि, प्रत्येक निगम में कंट्रोल रूम की व्यवस्था रखने के भी निर्देश उन्होंने दिए।
बारिश के साथ आने वाली बीमारियों को रोकने के लिए दवाई, बेड्स आदि के लिए मेडिकल डिपार्टमेंट को तैयार रहने की सूचना दी गई। साथ ही लँड स्लाईड, पानी भरना, पूरजन्य परिस्थिती संभालने के लिए एनडिआरएफ के 3 पथके तैयार रखने की सुचना उन्होंने जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर को दी। बरसात के मौसम में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए स्थानीय निकायों के नियंत्रण कक्ष 24 घंटे शुरू रहना चाहिए। आपदा प्रबंधन सामग्री को अद्यतन रखे। जेसीबी, पोकलेन, क्रेन तैयार रखे। इसके अलावा, गोतेखोर गाँव के तैराकों की सूची तैयार रखे और आदि को प्राथमिकता दे यहाँ उह्नोने स्पष्ट किया। रेलवे विभाग को भो उनके क्षेत्र की नाला सफाई, पटरियों की मरम्मत के निर्देश उन्होंने दिए। एमआयडीसी क्षेत्र के सड़कों की तत्काल मरम्मत, खतरनाक पेड़ों की छंटाई, खुले तारों की मरम्मत का आदेश उन्होंने दिए। एमटीएनएल और बीएसएनएल ने उनके काम समय पर पूरा करे और बारिश के मौसम में गड्ढे न खोदने की चेतावनी भी उन्होंने अधिकारियों को दी। बैठक में जिलाधिकारी नार्वेकर और एमएमआर रीजन के 14 निकायों के आयुक्त, पुलिस अधिकारी और सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।