पालघर [ इमरान खान ] कोरोना की दूसरी लहर कम हो रही है यह हमारे लिए संतोष की बात है . दूसरी ओर चिकित्सा विशेषज्ञों ने कहा है कि राज्य में कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना है. हमें इसके लिए पहले से ही तैयार रहने की आवश्यकता है . इस आशय का उदगार राज्य के नगर विकास मंत्री व ठाणे जिला पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने व्यक्त किया है . वे पालघर जिले के उसगांव डोंगरी में बच्चों के लिए स्थापित कोविड अस्पताल के उद्घाटन समारोह के अवसर पर वे बोल रहे थे.
श्रमजीवी संगठन की विधायक संसद की पहल से पालघर जिले के उसगांव डोंगरी में बाल कोविड अस्पताल शुरू किया गया है. साथ ही में इसी क्षेत्र में ग्रामीण आदिवासी मरीजों को स्थायी चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए 100 बिस्तरों वाले अस्पताल का भूमि पूजन भी पालकमंत्री एकनाथ शिंदे के हाथो किया गया है . उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर के बाद जब दूसरी लहर आई तभी बेड की कमी, रेमडेसीवीर की कमी और ऑक्सीजन आदि की कमी हर जगह दिखाई देने लगी. पूरी तरह से सरकार पर निर्भर रहे बिना, कुछ गैर सरकारी संगठना और अन्य संगठन मदद के लिए आगे आए और अपनी खुद की सामाजिक जिम्मेदारी को पहचान कर मदद करने की इच्छा दिखाई. हालांकि अभी जब कोरोना का संकट कम होता दिख रहा है, म्युकरमायकोसिस जैसी नई बीमारियां सामने आ रही हैं. हमे इन बीमारियों का सामना करने के लिए अभी से तैयार रहने की जरूरत है
श्रमजीवी संगठन के सर्वसर्व श्री. विवेक पंडित ने पालकमंत्री श्री. शिंदे का विशेष आभार व्यक्त किए. उन्होंने कहा की जरूरतमंद समय में पालकमंत्री एकनाथ शिंदे हमेशा मजबूती से हमारे साथ खड़े रहे हैं. उनके सहयोग से ही यह बाल कोविड केंद्र एवं अस्पताल की स्थापना करना संभव हुआ है. इस अवसर पर श्रमजीवी संगठन के संस्थापक श्री. विवेक पंडित, स्थानीय सांसद डॉ. राजेंद्र गावित, विधायक राजेश पाटिल, विधायक श्रीनिवास वनगा, श्रमजीवी संगठन के अध्यक्ष रामभाऊ वारणा और कोविड सेंटर में इलाज करने वाले डॉ. वर्षा एवं डॉ. राजेश भोसले सहित श्रमजीवी संगठन के अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे. पालकमंत्री शिंदे ने श्रमजीवी संगठन की पहल पर शुरू किए गए बच्चों के कोरोना अस्पताल में 2 वेंटिलेटर भेंट देने की घोषणा की है . बच्चों के इस कोरोना अस्पताल में कुल 10 बेड हैं, जिसमें से 8 ऑक्सीजन बेड और 2 वेंटिलेटर बेड उपलब्ध कराए गए हैं.