म्युकरमायकोसिस के मरीजों का मुफ्त उपचार कराने का जिलाधिकारियों को निर्देश
मुंबई [ युनिस खान ] राज्य के प्रमुख शहरों में कोरोना मरीजों की संख्या घटने के बावजूद 18 जिले रेडजोन में शामिल हैं। आरोग्य विभाग ने उक्त जिलों में होम आयसोलेशन बंद कर कोविड केयर सेंटर बढाकर सभी को उसमें भर्ती कराया जाने वाला है। इस आशय की जानकारी देते हुए राज्य के आरोग्य मंत्री राजेश टोपे के कहा है की 15 वें वित्त आयोग से उपलब्ध होने वाली निधि का 25 फीसदी निधि कोविड केयर सेंटर बनाने पर खर्च किया जाएगा।
आरोग्य मंत्री टोपे ने कहा है कि राज्य में रिकवरी रेट 93 फीसदी है वहीँ पॉजिटिव दर में भी कमी आई है। उन्होंने कहा है कि ग्रामीण इलाकों में आशा वर्कर आरोग्य विभाग की धुरा हैं उन्हें रैपिड एंटीजन टेस्टिंग व स्वयं निदान जांच प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने कहा की राज्य में करीब 70 हजार स्वयंसेविका हैं। राज्य में 2245 म्युकरमायकोसिस के मरीज हैं। राज्य सरकार ने इस बीमारी को नोटीफाइड बीमारी घोषित किया है। इसके बारे में शासन को जानकारी देना अनिवार्य है। इस बीमारी के उपचार में लगने वाली एम्फोटेरेसीन दवा का नियंत्रण केंद्र सरकार के हाथ में है , केंद्र सरकार से मिलने बाद हम उसे जिलों में वितरित करते हैं। जिसके चलते मरीजों की जनकारी उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक जिले के जिलाधिकारियो सूचित किया गया है। इसी के साथ इस बीमारी का उपचार मुफ्त कराने का निर्देश जिलाधाकारियों को दिया गया है। इसके लिए 30 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। इन मरीजों का महात्मा फुले जन आरोग्य योजना के तहत मुफ्त उपचार कराया जा रहा है। इस आशय की जानकारी आरोग्य मंत्री टोपे ने दिया है।