मनपा क्षेत्र में 5000 इमारतें अतिधोखादायक
ठाणे [ युनिस खान ] मनपा क्षेत्र की 5000 इमारतों को अतिधोखादायक की सूची में शामिल किया गया है। अतिधोखायक इमारतों में रहने वाले परिवारों के लिए मानसून से पहले संक्रमण शिबिर तैयार करने की अत्यंत आवश्यकता है। इस आशय की मांग कांग्रेस नेता व पूर्व नगर सेवक संजय घाडीगांवकर ने राज्य के नगर विकास मंत्री व जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे से की है।
पालकमंत्री शिंदे व मनपा आयुक्त डा विपिन शर्मा को दिए पत्र में कांग्रेस नेता घाडीगावकर ने कहा है कि मनपा प्रशासन ने शहर की 5000 इमारतों को अतिधोखादायक घोषित किया है। मनपा आयुक्त डा शर्मा ने अतिधोखादायक इमारतों पर निष्कासन की कार्रवाई करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि पुरानी इमारतों की जांच न कर पिछले वर्ष की धोखादायक इमारत को पुनः धोखादायक घोषित कर दिया जाता है। इस समस्या पर ध्यान केन्द्रित करते हुए उन्होंने कहा है कि ठाणे शहर में शुरू अनधिकृत इमारत निर्माण की प्रतिस्पर्धा शुरू है। छः छः से शुरू अनधिकृत निर्माण नागरिकों की जानकारी में नहीं आने पाटा है जो आश्चर्यजनक है। घाडीगावकर ने कहा है कि ठाणे शहर में कलस्टर योजना का काम शुरू रहने पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 6 फरवरी 2020 को भूमिपूजन किया है। वर्ष 2020 – 21 व 2021 – 22 के मनपा के वार्षिक बजट में संक्रमण शिबिर के लिए 15 करोड़ 75 लाख रूपये का प्रावधान किया गया है। इसके बावजूद संक्रमण शिबिर बनाने की कोई प्रत्यक्ष कार्यवाही दिखाई नहीं दे रही है। कांग्रेस नेता घाडीगावकर ने इस मुद्दे पर पालकमंत्री शिंदे व मनपा आयुक्त डा शर्मा का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा है कि कलस्टर सर्वेक्षण चुनाव एजेंडे के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उसमें अनेक गड़बड़ी है जिसे ध्यान दिलाने के बावजूद वैसा ही काम शुरू है। उन्होंने कहा है कि संक्रमण शिबिर का निर्माण न कर मनपा प्रशासन नागरिकों की संपत्ति व जान से खिलवाड़ कर रही है। भविष्य में धन व जनहानि रोकने के उद्देश्य से प्रभावित नागरिकों के लिए संक्रमण शिबिर निर्माण कराने का आदेश देने की मांग की है। इसके साथ उन्होंने कहा है कि दुर्घटना होने पर हमसब जिम्मेदार होंगे इस आशय का संकेत दिया है।