ठाणे [ युनिस खान ] कोरोना की दूसरी लहर में डबल म्यूटेशन से नवजात शिशुओं से लेकर 20 वर्ष तक के 6,650 लोग संक्रमित हुए जिसमें मात्र एक बच्चे की जान गयी है। अन्य 6,649 मरीज इस महामारी से सफलतापूर्वक मात देकर बाहर हैं। इसी तरह 20 से 40 आयु वर्ग के 25,900 युवाओं तक कोरोना महामारी पहुंच गया है, जिसमें 38 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना की दूसरी लहर में मृतकों के आंकड़ों पर नजर डालें तो 60 साल से अधिक आयु के सबसे अधिक 330 मरीज और 50 से 60 वर्ष की आयु के 123 लोग की मौत हुई है।
21 मार्च के बाद आई दूसरी लहर ने ठाणे शहर में कोरोना संक्रमितों की संख्या में एक बड़ी छलांग लगाई थी। रोजाना मरीजों की संख्या दो हजार के पार कर गई थी। हालांकि पिछले तीन से चार हफ्तों में मरीजों की संख्या भले ही कम हुई है, लेकिन गंभीर रूप से बीमार मरीजों की अस्पतालों में भर्ती होने की संख्या में इसकी तुलना में कमी नहीं आई है। 21 मार्च से 4 मई के बीच ठाणे में 61,355 लोग कोरोना से प्रभावित हुए। इनमें से 577 मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं। इनमें लगभग 57 प्रतिशत रोगी 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं। इस समूह में मृत्यु दर 5.71 प्रतिशत है। 1.46 प्रतिशत की मृत्यु दर के साथ 50 से 60 वर्ष की आयु के रोगियों में लगभग 21 प्रतिशत मौतें हुईं। हालांकि 11 से 20 साल के बीच के 8,483 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं, लेकिन इन सभी ने इस बीमारी पर सफलतापूर्वक जीत हासिल कर ली है। मनपा प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, अब तक 10 वर्ष की आयु के 4,143 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से एक बच्चे की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हो गई है।
ठाणे शहर में अब तक 1948 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें से 60 साल से अधिक उम्र के 1132 लोगों का समावेश हैं। इसके बाद 50-60 वर्ष के आयु वर्ग में 432 लोगों की मौतें हुई हैं। 41 से 50 साल के बीच के 255 लोगों को की जाने गई हैं। शून्य से 20 वर्ष आयु वर्ग के दस लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही 30 से 40 साल की उम्र के 87 लोग कोरोना संक्रमण से अपनी जान गंवा चुके हैं।