ठाणे [ युनिस खान ] मनपा स्कूल क्रमांक 7 के भूखंड पर कब्जे के बावजूद पिछले 42 साल से ठाणे मनपा का नाम नहीं है। अब उक्त प्लॉट को एक निजी ट्रस्ट को सौंपा जा रहा है। मनपा में विपक्ष के नेता अशरफ शानू पठान ने मांग की है कि ठाणे मनपा को करोड़ों रुपये की 15,000 वर्ग मीटर जमीन पर कब्जा कर ‘धर्मवीर आनंद दिघे’ के नाम पर एक स्कूल या कॉलेज बनाना चाहिए।
ठाणे मनपा में विरोधी पक्षनेता अशरफ शानू पठान ने भूखंड का औचक निरीक्षण किया।
18 अगस्त को आम सभा की बैठक में ठाणे मनपा की उथालसर प्रभाग समिति के स्कूल क्रमांक 7 के खाली प्लॉट को लेकर करीब 4 घंटे तक चर्चा हुई। भाजपा नगर सेवक मिलिंद पाटनकर और नगर सेवक नारायण पवार ने आरोप लगाया है कि 2017 में ठाणे मनपा की महासभा में एक प्रस्ताव पारित करके एक निजी ट्रस्ट को संपत्ति देने का फैसला किया है। इस पर महापौर नरेश म्हस्के और समूह के नेता नजीब मुल्ला ने पलटवार किया कि पाटनकर और पवार पिछले ट्रस्ट, जिनके नाम पर सात बारह है उसे दिलाने की कोशिश कर रहे थे। इसकी सच्चाई जानने के लिए नेता प्रतिपक्ष अशरफ शानू पठान अचानक मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। ठाणे मनपा ने 40 साल पुराने स्कूल को गिराया तो पुराने ट्रस्ट ने सतबारा पर जमीन का दावा कर प्लॉट दिलाने के लिए कोर्ट में याचिका दायर की है। पठान ने कहा है कि अब उस भूखंड को लेकर गुमराह किया जा रहा है।
ठाणे मनपा में विरोधी पक्षनेता अशरफ शानू पठान ने भूखंड का औचक निरीक्षण किया।
18 अगस्त को आम सभा की बैठक में ठाणे मनपा की उथालसर प्रभाग समिति के स्कूल क्रमांक 7 के खाली प्लॉट को लेकर करीब 4 घंटे तक चर्चा हुई। भाजपा नगर सेवक मिलिंद पाटनकर और नगर सेवक नारायण पवार ने आरोप लगाया है कि 2017 में ठाणे मनपा की महासभा में एक प्रस्ताव पारित करके एक निजी ट्रस्ट को संपत्ति देने का फैसला किया है। इस पर महापौर नरेश म्हस्के और समूह के नेता नजीब मुल्ला ने पलटवार किया कि पाटनकर और पवार पिछले ट्रस्ट, जिनके नाम पर सात बारह है उसे दिलाने की कोशिश कर रहे थे। इसकी सच्चाई जानने के लिए नेता प्रतिपक्ष अशरफ शानू पठान अचानक मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। ठाणे मनपा ने 40 साल पुराने स्कूल को गिराया तो पुराने ट्रस्ट ने सतबारा पर जमीन का दावा कर प्लॉट दिलाने के लिए कोर्ट में याचिका दायर की है। पठान ने कहा है कि अब उस भूखंड को लेकर गुमराह किया जा रहा है।
पठान ने बताया कि 15 हजार 200 वर्ग मीटर के इस प्लॉट की कीमत करोड़ों रुपये है। ऐसे में मनपा का नाम सात बारह पर है या नहीं, यह पता लगाने के समय मनपा क्या कर रही थी ऐसा सवाल उठाया है। उन्होंने खा है कि इतने सालों से इस जगह का नामकरण क्यों नहीं किया गया। उन्होंने 1208/2017 का प्रस्ताव पारित करते समय उस पर किसके हस्ताक्षर हैं और किसके आदेश पर प्रस्ताव पारित किया गया था, यह सवाल पठान ने उठाया था। उन्होंने कहा है कि करोडो रूपये की यह जमीन ठाणे की युवा पीढ़ी को चाहिए। उन्होंने कहा कि राकांपा के नेताओं ने ट्रस्ट को जगह देने का विरोध किया था। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि ट्रस्ट को जगह दी जाती तो वे चुप नहीं रहेंगे। मनपा में विरोध पक्षनेता पठान ने पालकमंत्री एकनाथ शिंदे, गृहनिर्माण मंत्री डॉ जितेंद्र आव्हाड, महापौर नरेश म्हस्के से मांग कि उक्त जमीन किसी ट्रस्ट को देने की बजाय मनपा का स्कूल व कालेज बनाया जाए।