ठाणे [ युनिस खान ] फिल्म अभिनेत्री मीरा चोपड़ा का फर्जी पहचान पत्र बनाकर कोरोना का टीका लगाए जाने के मामले की जांच के लिए बनी जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है। कानूनी सलाह लेने के बाद अगली कार्रवाई करने का संकेत मनपा आयुक्त डा विपिन शर्मा ने संकेत दिया है। टीका लगाने के लिए निजी संस्था के ऐसे पहचान पत्र पर विचार किया जाएगा और शासकीय पहचान पत्र के सत्यापन के बाद ही अगली कार्यवाही की जायेगी।
पिछले दिनों फिल्म अभिनेत्री मीरा चोपड़ा को फ्रंट लाईन वर्कर दिखाकर ठाणे मनपा के पार्किंग प्लाजा कोविड सेंटर में टीका लगाया गया है। अभिनेत्री के पास से ओम साई हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड का पहचान पत्र मिलने से मनपा कोविद सेंटर में गड़बड़ी किये जाने का आरोप लगने केबाद कार्रवाई की मांग उठाने लगी। इस मामले को मनपा आयुक्त ने गंभीरता से लिया और मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति नियुक्त की। इस समिति के माध्यम से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि 21 अन्य धनी युवकों को ऐसे पहचान पत्र दिए गए थे। यह भी पता चला कि उनमें से 15 का टीकाकरण भी किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया कि इसमें एक और अभिनेत्री शामिल थी, लेकिन उसे टीका नहीं लगाया गया था। वहीं मामला सामने आने के बाद ओम साई आरोग्य केयर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज करने के साथ कानूनी कार्रवाई की मांग भाजपा ने मांग की थी। भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस बीच मनपा आयुक्त डॉ. विपिन शर्मा ने कहा है कि इस मामले में विधि विभाग की राय ली जा रही है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी संगठन का पहचान पत्र तैयार किया जाता है और उसके माध्यम से टीका लगाया जाता है, तो इस तरह की घटनाएं अब आगे दोबारा नहीं होने पाएगा। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के लिए ऐसे निजी संगठन के पहचान पत्र पर विचार नहीं किया जाएगा। यदि किसी सरकारी एजेंसी का केवल पहचान पत्र है तो उसका सत्यापन कर टीकाकरण किया जाएगा।