ठाणे [ युनिस खान , 12 जून 2021 ] मानसून में पेड़ गिरने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। वहीँ बरगद के पेड़ बहुत ही कम गिरते है। आज महापौर बंगले के दो पेड़ गिर गए जिसकी चर्चा कुछ अधिक होने लगी हो क्यों न जो कि घटना महापौर बंगले की है। पेड़ बंगले पर तो नहीं गिरे सुरक्षा दीवार पर गिरे। इस सूचना मिलते ही महापौर नरेश म्हस्के मौके पर पहुंचे। उन्होंने यह कहते हुए अपनी भावना व्यक्त की की दो पेड़ ही नहीं गिरे इतिहास के गवाह गिर गए हैं।
ठाणे के महापौर का बंगला उपवन तालाब के सामने और येऊर की पहाडी के नीचे निसर्ग्मय क्षेत्र में स्थित है। महापौर का अधिकारिक बंगला है भले ही उसके महापौर निवास न करे। शनिवार की सुबह बंगले में बड़े पेड़ों के गिरने की जानकारी मनपा के आपदा प्रबंधन कक्ष को मिली। उन्होंने महापौर नरेश म्हस्के को सूचना दी देते हुए मौके पर दी जिसके बाद वे तुरंत महापौर बंगले में पहुंचे और निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गिरे हुए पेड़ से बंगले को कोई नुकसान तो नहीं हुआ। इसके साथ ही इसमें किसी को चोट भी नहीं आई। अधिकारियों ने बताया कि ये पेड़ भी करीब 40 से 45 साल पुराने हैं। इनके इस तरह से उखडऩे से आस-पास स्थित दुसरे पेड़ भी कमजोर हो गए हैं।
महापौर नरेश म्हस्के ने कहा कि आज अचानक हुई बारिश ने इन विशाल पेड़ों को उखाड़ दिया। ठाणे में ऐसे कई पेड़ हैं। गडकरी रंगायतन परिसर में पीपल का पेड़ कुछ साल पहले गिर गया था। गडकरी कट्टा में पले-बढ़े कई कलाकारों ने इस पर अपनी चिंता व्यक्त की थी । महापौर नरेश म्हस्के ने कहा कि यह परेशान करने वाली घटना है।
ठाणे के महापौर का बंगला उपवन तालाब के सामने और येऊर की पहाडी के नीचे निसर्ग्मय क्षेत्र में स्थित है। महापौर का अधिकारिक बंगला है भले ही उसके महापौर निवास न करे। शनिवार की सुबह बंगले में बड़े पेड़ों के गिरने की जानकारी मनपा के आपदा प्रबंधन कक्ष को मिली। उन्होंने महापौर नरेश म्हस्के को सूचना दी देते हुए मौके पर दी जिसके बाद वे तुरंत महापौर बंगले में पहुंचे और निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गिरे हुए पेड़ से बंगले को कोई नुकसान तो नहीं हुआ। इसके साथ ही इसमें किसी को चोट भी नहीं आई। अधिकारियों ने बताया कि ये पेड़ भी करीब 40 से 45 साल पुराने हैं। इनके इस तरह से उखडऩे से आस-पास स्थित दुसरे पेड़ भी कमजोर हो गए हैं।
महापौर नरेश म्हस्के ने कहा कि आज अचानक हुई बारिश ने इन विशाल पेड़ों को उखाड़ दिया। ठाणे में ऐसे कई पेड़ हैं। गडकरी रंगायतन परिसर में पीपल का पेड़ कुछ साल पहले गिर गया था। गडकरी कट्टा में पले-बढ़े कई कलाकारों ने इस पर अपनी चिंता व्यक्त की थी । महापौर नरेश म्हस्के ने कहा कि यह परेशान करने वाली घटना है।