मुंबई , नगरविकास विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने एमएसआरडीसी को अक्टूबर तक अलिबाग तालुका में रेवस और कारंजा के बीच प्रस्तावित पुल के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है। इस पूल की निर्माण के कारन अलीबागकरों को ७० मील का अधिक का चक्कर बच जाएगा और अलीबाग शहर मुंबई के करीब हो जाएगा।
कोकन में प्रस्तावित समुद्री राजमार्ग परियोजना में रेवस से कारंजा के बीच यह पुल प्रस्तावित है। यह पूल को चिराले तक सिडको की सड़क से जोड़ा जाएगा। पुल पर ८५० करोड़ रुपये खर्च होंगे और वास्तविक काम शुरू करने के लिए सीआर झेड और वन विभाग से अनुमति लेनी होगी। इस काम को पूरा करने के लिए ९ हेक्टर जमीन का भी अधिग्रहण करना होगा। हालांकि इस पूल कि निर्माण कि वजह से इस क्षेत्र को काफी फायदा होगा। अलिबाग और मुंबई के बीच की दूरी कम होते ही शिवड़ी न्हावा-शेवा ट्रांस हार्बर लिंक परियोजना पर काम शुरू करने के भी निर्देश एकनाथ शिंदेजी द्वारा दिए गए है | उन्होंने एमएसआरडीसी को अगले चार महीनों में सभी परमिट और भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को पूरा करने के बाद अक्टूबर में पुल के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू करने का भी निर्देश दिया।
१९८२ से अलिबाग तालुका में रेवस और कारंजा के बीच एक पुल के निर्माण की मांग की जा रही थी। पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय ए. आर अंतुले ने भी पुल बनवाने की कोशिश की थी। यदि यह पुल बन जाता है, तो तलकोकन इलाके के लिए एक वैकल्पिक मार्ग बनाया जा सकता है। साथ मे यह पुल यात्रा मे खर्च होनेवाले अतिरिक्त समय को भी कम करेगा। इसलिए स्थानीय विधायक महेंद्र दलवी ने जल्द से जल्द पुल का निर्माण कराने की मांग की थी | विधायकों की यह मांग आखिरकार सफल हुई है, क्योंकि शहरी विकास मंत्री ने इस संबंध में एमएसआरडीसी को निर्देश दिया है।
आज मंत्रालय में हुई बैठक में एमएसआरडीसी के प्रबंध निदेशक राधेश्याम मोपलवार, अलिबाग के विधायक महेंद्र दलवी और शहरी विकास और एमएसआरडीसी के अन्य अधिकारी शामिल हुए थे।