ठाणे [ युनिस खान ] मनपा के टेमघर जल्शुद्धिकरण केंद्र की 22 यूनिट में 11 यूनिट व क्लोरीनेशन का एक प्लांट बंद है। जिस जगह बालू से पानी की शुद्ध किया जाता है वहां घास व पौधे उग गए हैं। इस आशय का खुलाशा करते हुए मनपा ने विरोधी पक्षनेता अशरफ शानू पठान ने कहा है कि मनपा नागरिकों अशुद्ध पानी पिला रही है।
आज टेमघर जल शुद्धिकरण केंद्र का दौरा करने के बाद विरोधी पक्षनेता पठान ने कहा है कि केंद्र में शराब की बोतल व कचरे का अंबार लगा हुआ है। आज अचानक दौरा करने के बाद सही स्थिति सामने आई है। उन्होंने कहा है कि पानी शुद्धिकरण में लगने वाली बालू कुछ दिन में बदलना चाहिए लेकिन वह भी बदली नहीं जाती है। उन्होंने कहा कि स्टेम प्राधिकरण से पानी लेने के बाद उसकी आपूर्ति करने से पहले क्लोरिन के दो डोज देने होते हैं। पानी शुद्धिकरण के बाद क्लोरीनेशन करने की प्रक्रिया एक वर्ष से बंद है। मनपा का जल शुद्धिकरण पर ध्यान नहीं है वह नागरिकों को अशुद्ध पानी पिला रही है। कोरोना के बाद नागरिकों को वर्षाजनित बीमारियों से बचाने के लिए नागरिकों को शुद्ध पानी पीने की सलाह देने वाली मनपा अपने नागरिकों को अशुद्ध पानी आपूर्ति कर रही है। इससे पीलिया , उलटी जुलाब , कालरा , टायफाईड जैसी बीमारी होने का खतरा बना हुआ है। पाठन ने जलशुद्धिकरण केंद्र के अधिकारीयों व ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए विशेष महासभा बुलाने की मांग किया है। उन्होंने आठ दिनों में शुद्धिकरण केंद्र की बंद यूनिट शुरू करने समेत सभी आवश्यक सुधार कर शुद्ध पानी की आपूर्ति नहीं किया तो राकांपा की ओर से गृहनिर्माण मंत्री डा जितेन्द्र आव्हाड व शहर जिला अध्यक्ष आनंद परांजपे के मार्गदर्शन में आन्दोलन की चेतावनी दिया है।