ठाणे [ युनिस खान ] जिले के ग्रामीण स्कूलों में सर्व शिक्षा अभियान की राशि से कई कार्य कराए गए हैं। जबकि धन की कमी के कारण नए समग्र शिक्षा अभियान के माध्यम से होने वाले कार्यों पर जिला परिषद के अपने धन का उपयोग करना पड़ता है। इसी पृष्ठभूमि में जिला परिषद के उपाध्यक्ष सुभाष गोटीराम पवार ने मांग की है कि केंद्र सरकार समग्र शिक्षा अभियान के लिए राशि बढ़ाए। उन्होंने केंद्रीय पंचायतराज राज्य मंत्री कपिल पाटिल से भी अतिरिक्त धनराशि के लिए प्रयास करने की अपील की गई।
जिला परिषद उपाध्यक्ष सुभाष पवार ने शिक्षकों की समस्याओं के साथ-साथ समग्र शिक्षा अभियान की समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया। सर्व शिक्षा अभियान 2001 में केंद्र सरकार और राज्य सरकार के माध्यम से शुरू किया गया था। अभियान के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों को पुनर्जीवित किया। नए स्कूलों, स्कूलों के चारों ओर रिटेनिंग वॉल, नए शौचालय आदि के लिए निधि उपलब्ध करायी गयी थी। हालांकि, सर्व शिक्षा अभियान के बजाय 2018 से शुरू हुए समग्र शिक्षा अभियान की निधि को केंद्र सरकार ने कम कर दिया। अतः जिला परिषद को ग्रामीण विद्यालयों में स्वनिधि का प्रयोग करना पद रहा है। इसलिए, समग्र शिक्षा अभियान में धनराशि बढ़ाने के प्रयास किए जाने चाहिए, जिप उपाध्यक्ष पवार ने केंद्रीय राज्य मंत्री कपिल पाटिल से इस आशय की अपील की है।
कोविड काल में जिले के शिक्षकों ने बेहतरीन काम किया है। पवार ने कहा कि शिक्षकों को कोई समस्या न हो, इसके लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी मांग की कि 2018 से पहले आदर्श शिक्षक पुरस्कार प्राप्त कर चुके शिक्षकों को सहानुभूति के साथ जिला परिषद वेतनमान दे। मुख्य कार्यकारी अधिकारी भाऊसाहेब डांगड़े से अगले वर्ष बजट में आदर्श शिक्षक पुरस्कार विजेताओं को नकद या सामान उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा, इस आशय का उन्होंने आश्वासन दिया।