ठाणे [ युनिस खान ] राज्य में कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए ठाणे जिले के सभी नागरिक और गणेश उत्सव मंडल राज्य सरकार द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सामान्य तरह से हर्षोल्लास के साथ गणेशोत्सव मनाएं। ठाणे के जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर ने इस आशय की अपील की है।
गणेशोत्सव को लेकर जिलाधिकारी नार्वेकर ने ठाणे के लोगों से सरकार के नियमों का पालन करते हुए गणेशोत्सव मनाने की अपील की है। जिलाधिकारी नार्वेकर ने कहा कि प्रदेश में कोविड संक्रमण को और फैलने से रोकने के लिए गणेशोत्सव को सामान्य तरीके से मनाया जाए। सार्वजनिक गणेशोत्सव के लिए मूर्ति 4 फीट और घरेलू गणेश प्रतिमा 2 फीट की होनी चाहिए। पारंपरिक गणेश मूर्तियों के बजाय धातु या संगमरमर की मूर्तियों की पूजा की जानी चाहिए। यदि छाया मूर्ति हो तो उसे घर में विसर्जित कर देना चाहिए। यदि विसर्जन घर में संभव न हो तो विसर्जन निकट के कृत्रिम विसर्जन स्थल पर करना चाहिए। सार्वजनिक संस्थाओं को स्थानीय निकाय की पूर्व अनुमति लेनी चाहिए। सार्वजनिक मंडलों को स्वास्थ्य और सामाजिक संदेशों वाले विज्ञापन प्रदर्शित करने चाहिए। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों के स्थान पर स्वास्थ्य शिविर एवं रक्तदान शिविर आयोजित किये जाने की अपील नार्वेकर ने की है।
गणेशोत्सव के दौरान सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों में ढील नहीं दी गई। इसलिए जनता ध्यान दें कि इस दौरान आयोजन स्थलों पर भीड़ न हो, नागरिक मास्क पहनेंगे और सामाजिक दूरी का पालन करेंगे। गणपति के आगमन व विसर्जन का जुलूस नहीं निकालना चाहिए। विशेष रूप से बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों को विसर्जन स्थल पर नहीं जाना चाहिए। सरकार द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य है। उन्होंने सभी से श्री गणेश उत्सव को अच्छे तरीके से और शांति से मनाने के लिए प्रशासन का सहयोग करने की भी अपील की है।
गणेशोत्सव को लेकर जिलाधिकारी नार्वेकर ने ठाणे के लोगों से सरकार के नियमों का पालन करते हुए गणेशोत्सव मनाने की अपील की है। जिलाधिकारी नार्वेकर ने कहा कि प्रदेश में कोविड संक्रमण को और फैलने से रोकने के लिए गणेशोत्सव को सामान्य तरीके से मनाया जाए। सार्वजनिक गणेशोत्सव के लिए मूर्ति 4 फीट और घरेलू गणेश प्रतिमा 2 फीट की होनी चाहिए। पारंपरिक गणेश मूर्तियों के बजाय धातु या संगमरमर की मूर्तियों की पूजा की जानी चाहिए। यदि छाया मूर्ति हो तो उसे घर में विसर्जित कर देना चाहिए। यदि विसर्जन घर में संभव न हो तो विसर्जन निकट के कृत्रिम विसर्जन स्थल पर करना चाहिए। सार्वजनिक संस्थाओं को स्थानीय निकाय की पूर्व अनुमति लेनी चाहिए। सार्वजनिक मंडलों को स्वास्थ्य और सामाजिक संदेशों वाले विज्ञापन प्रदर्शित करने चाहिए। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों के स्थान पर स्वास्थ्य शिविर एवं रक्तदान शिविर आयोजित किये जाने की अपील नार्वेकर ने की है।
गणेशोत्सव के दौरान सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों में ढील नहीं दी गई। इसलिए जनता ध्यान दें कि इस दौरान आयोजन स्थलों पर भीड़ न हो, नागरिक मास्क पहनेंगे और सामाजिक दूरी का पालन करेंगे। गणपति के आगमन व विसर्जन का जुलूस नहीं निकालना चाहिए। विशेष रूप से बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों को विसर्जन स्थल पर नहीं जाना चाहिए। सरकार द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य है। उन्होंने सभी से श्री गणेश उत्सव को अच्छे तरीके से और शांति से मनाने के लिए प्रशासन का सहयोग करने की भी अपील की है।