ठाणे [ युनिस खान ] मनपा रेंटल हाउसिंग के 506 घरों में लोगों क अस्थाई पुनर्वास किया है जिसमें करीब 2,000 लोग रहते है। पिछले चार वर्षों से नागरिक सुविधाओं के आभाव में लोग रह रहे हैं। सड़क चौड़ीकरण में विस्थापित लोगों को एक वर्ष में फ्लैट देने का वादा करने के चार साल बाद भी मनपा ने स्थाई घर नहीं दिया है।महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना जनहित और विधि विभाग के शहर अध्यक्ष स्वप्निल महिंद्रकर ने मनपा से घर उपलब्ध नहीं कराने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा है कि एक्मे रेंटल बिल्डिंग 7 साल पुरानी है। चार साल पहले कलवा, मजीवाड़ा, राबोडी और कोपारी इलाकों में सड़क चौड़ीकरण में प्रभावित परिवारों का अस्थाई पुनर्वास किया गया है।मनपा ने निवासियों को पत्र भी दिया था कि कुछ लोगों को एक साल के भीतर फ्लैट देकर उनका स्थाई पुनर्वास किया जायेगा। लेकिन, 4 साल बाद भी मनपा ने इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। रेंटल हाउसिंग के घरों में रहने वाले नागरिकों को सुविधा और मरम्मत के अभाव में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इमारत में सुरक्षा गार्ड नहीं होने से चोरी की घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं। प्रतिमाह 50 रुपये पानी का चार्ज देने के बावजूद चार दिन में एक बार पानी की आपूर्ति की जा रही है। इमारत में में कई जगह लीकेज हैं। मनपा की लापरवाही के कारण गंदगी का साम्राज्य बड़े पैमाने पर है। नागरिकों विशेषकर बच्चों को डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना जनहित एवं विधि विभाग के अध्यक्ष स्वप्निल महिंद्राकर ने चेतावनी दी है कि यदि इन नागरिकों का जल्द स्थाई पुनर्वास नहीं हुआ तो मनसे आंदोलन करेगी।