स्वतंत्रता संग्राम में ठाणे जिले के इतिहास को याद करने के निर्देश
ठाणे [ युनिस खान ] देश के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले गिरफ्तार कई स्वतंत्रता सेनानियों को ठाणे सेंट्रल जेल में फांसी दी गयी है। इसमें आदिवासी समुदाय के क्रांतिकारी राघोजी भांगरे को भी फांसी दी गई थी। इस क्रांतिकारी नायक का स्मारक क्षतिग्रस्त हो गया है जिसका जीर्णोद्धार किया जाएगा। राज्य के गृहनिर्माण मंत्री डा जितेंद्र आव्हाड ने जेल का दौरा कर निरीक्षण करने के दौरान स्मारक बनाने की घोषणा की है।
आदिवासी मजदूर संघर्ष संघ के अध्यक्ष हंसराज खेवड़ा ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से मुलाकात कर स्मारक का जीर्णोद्धार कराने की मांग की थी। उसके बाद अजित पवार ने डा आव्हाड को इस संबंध में ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद डा जितेंद्र आव्हाड ने राकांपा के शहर जिला अध्यक्ष आनंद परांजपे, विपक्ष के नेता अशरफ शानू पठान, राकांपा के युवा अध्यक्ष विक्रम खमकर, आदिवासी मजदूर संघर्ष संगठन महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात की। हंसराज खेवरा, महाराष्ट्र सचिव तुकाराम वर्त , आदिक्रांतिकारी राघोजी भांगरे प्रतिष्ठान के अध्यक्ष और राघोजी भांगरे के वंशज सुनील भांगरे ने स्मारक परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने कारागार अधीक्षक हर्षद अहिराव से स्मारक निर्माण पर चर्चा की। वर्तमान में स्मारक के अवशेष जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पाए गए हैं। इसलिए इस स्मारक को किसी सुविधाजनक स्थान पर स्थानांतरित करने व आम जनता के लिए खुला रखने की घोषणा मंत्री डा आव्हाड ने किया है। उन्होंने कहा है कि होर्डिंग पर ठाणे जेल में स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास लिखा जाना चाहिए।
इस मौके पर डा आव्हाड ने कहा कि आदिवासी मजदूर संघर्ष संगठन ने स्मारक के जीर्णोद्धार को लेकर अजित पवार से मुलाकात की थी. उसके बाद अजित पवार ने निरीक्षण करने को कहा था। क्रांतिकारी राघोजी भांगरे का स्मारक बनवाना सरकार की नीति है और इसे कैसे डिजाइन किया जाए और इसमें क्या होना चाहिए, इस पर आदिवासियों से चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा। आदिवासी श्रमिक संघर्ष संघ के अध्यक्ष हंसराज खेवरा ने कहा कि हम राघोजी भांगरे का स्मारक बनाने के लिए सरकार के साथ संपर्क में हैं।डा आव्हाड ने ठाणे जेल का निरीक्षण कर उम्मीद जताई कि जल्द ही स्मारक का निर्माण किया जाएगा।