ठाणे [ युनिस खान ] ठाणे जिला पुलिस को चार पहिया और दोपहिया वाहन उपलब्ध कराए गए हैं, जिसके माध्यम से पुलिस को गश्त बढाने और अपराध को कम करने के लिए उनका इस्तेमाल करना चाहिए। इस आशय का आवाहन नगर विकास मंत्री व जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने किया है।
जिला योजना समिति के कोष से 18 चार पहिया एवं 31 दुपहिया वाहन ग्रामीण पुलिस को उपलब्ध कराया गया है। उनका उद्घाटन करते हुए पालकमंत्री शिंदे ने पुलिस परेड ग्राउंड में हुए कार्यक्रम में अपना उद्गार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर केंद्रीय पंचायत राज राज्य मंत्री कपिल पाटिल, सांसद राजन विचारे, विधायक रवींद्र फाटक, ठाणे जिला परिषद अध्यक्ष पुष्पा पाटिल, जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर, विशेष पुलिस उप महानिरीक्षक संजय मोहिते, जिला पुलिस अधीक्षक विक्रम देशमाने आदि उपस्थित थे।
पालकमंत्री शिंदे ने कहा कि पुलिस अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार रहती है। त्योहारों पर वे अपने परिवारों से दूर आम नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं, जबकि कर्तव्यपरायण पुलिस की समस्याओं को समझते हुए उनका समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत जिला योजना समिति के माध्यम से करीब डेढ़ करोड़ रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई।
पालकमंत्री शिंदे ने कहा कि ठाणे जिला भौगोलिक रूप से बड़ा है और ग्रामीण पुलिस बल को वाहनों की जरूरत है। विजयदशमी पर्व की पृष्ठभूमि में आज ये वाहन पुलिस बल में शामिल हो रहे हैं। इसलिए इसका इस्तेमाल अपराधों को सुलझाने और गश्त बढ़ाने के लिए किया जाएगा। पुलिस बल को सक्षम बनाने हेतु जिला योजना समिति के माध्यम से धनराशि उपलब्ध कराते हुए पुलिस को वाहन एवं सीसीटीवी कैमरे उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस को अपराध दर को कम करने का प्रयास करना चाहिए, आम नागरिकों के साथ विनम्र व्यवहार किया जाना चाहिए जब वे थाने में शिकायत दर्ज कराने आते हैं। थाने में अतिथि कक्ष बनाया जाए।
केंद्रीय राज्य मंत्री पाटिल ने ग्रामीण पुलिस से अपील की कि वह वाहनों की मदद से अपराध पर लगाम लगाने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि दशहरे की पूर्व संध्या पर पुलिस को वाहन मिले हैं इसलिए आज सही मायनों में दशहरा मनाया गया है।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए पुलिस अधीक्षक देशमाने ने कहा कि ठाणे ग्रामीण पुलिस को राज्य सरकार से सात चार पहिया वाहन पहले ही मिल चुके हैं और आज इसमें 18 चार पहिया और 31 दोपहिया वाहन शामिल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि ये वाहन ग्रामीण पुलिस आयुक्तालय की सीमा के भीतर 11 पुलिस थानों में उपलब्ध होंगे, जिनमें से प्रत्येक में दो चार पहिया और दो से तीन दोपहिया वाहन होंगे। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक स्मिता पाटिल ने आभार व्यक्त किया।