ठाणे [ युनिस खान ] ग्लूकोमा आंख में दबाव बढ़ने के कारण ऑप्टिक तंत्रिका की चोट है। यह रोग अत्यधिक अनुवांशिक होता है और यदि समय पर इसका इलाज न किया जाए तो यह अंधापन का कारण बन सकता है। चूंकि रोग के कुछ लक्षण शुरुआत में महसूस नहीं होते हैं। अधिक चोटों के बाद ही रोगी को प्रभाव महसूस होता है और उस स्थिति में इसे नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है। कई लोगों को अंधापन का सामना करना पड़ता है। ऐसा अनुमान है कि दुनिया भर में 100 में से 3 लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। श्री रामकृष्ण नेत्रालय, ठाणे में, ऐसे तीन रोगियों का चयन किया गया है और उन पर की गई नेत्र शल्य चिकित्सा सफल रही है।
ग्लूकोमा के निदान और उपचार में अग्रणी श्री रामकृष्ण नेत्रालय में कई वर्षों से अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इस अवसर पर नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. नितिन देशपांडे ने कहा कि ओपन एंगल ग्लूकोमा दुनिया में सबसे आम प्रकार का ग्लूकोमा है। आंख के सामने के हिस्से में ट्रेबिकुलर मेशवर्क आंख से पानी निकाल देता है। इस जाल के गुण आनुवंशिक कारकों के कारण बदलते हैं जो नेत्र जल निकासी को नियंत्रित नहीं करते हैं। इससे आंखों में पानी का दबाव बढ़ जाता है और ऑप्टिक नर्व को नुकसान पहुंचता है।
श्री रामकृष्ण नेत्रालय ने पहली बार भारत में एक अमेरिकी कंपनी का माइक्रो इंसीजन ग्लूकोमा सर्जरी उपकरण पेश किया, जिसे ग्लूकोज, इस्टेंट और इस्टेंट इंजेक्शन कहा जाता है। मानव शरीर में प्रत्यारोपित, यह उपकरण दुनिया में सबसे सूक्ष्म है और एफडीए, वीएसए मान्यता प्राप्त है भारत में सबसे पहले इसका प्रयोग श्री रामकृष्ण नेत्रालय में किया गया था।
डॉक्टर ने कहा कि दोनों सर्जरी एक ही सूक्ष्म चीरे से की जा सकती हैं। इस समय डॉ. प्राजक्ता देशपांडे, डॉ. सुहास देशपांडे, कंपनी उत्पाद प्रमुख साकिब दत्ता उपस्थित थे।
श्री रामकृष्ण नेत्रालय ने पहली बार भारत में एक अमेरिकी कंपनी का माइक्रो इंसीजन ग्लूकोमा सर्जरी उपकरण पेश किया, जिसे ग्लूकोज, इस्टेंट और इस्टेंट इंजेक्शन कहा जाता है। मानव शरीर में प्रत्यारोपित, यह उपकरण दुनिया में सबसे सूक्ष्म है और एफडीए, वीएसए मान्यता प्राप्त है भारत में सबसे पहले इसका प्रयोग श्री रामकृष्ण नेत्रालय में किया गया था।
डॉक्टर ने कहा कि दोनों सर्जरी एक ही सूक्ष्म चीरे से की जा सकती हैं। इस समय डॉ. प्राजक्ता देशपांडे, डॉ. सुहास देशपांडे, कंपनी उत्पाद प्रमुख साकिब दत्ता उपस्थित थे।