भिवंडी [ युनिस खान ] मानकोली, खारबाव, कामन, चिंचोटी, भिवंडी, काशेली, ठाणे और भिवंडी ग्रामीण में भिवंडी वाड़ा, मनोर सभी क्षेत्र की सड़कों का इस तरह बुरा हाल है कि सड़कें मौत का पर्याय बन गई हैं। इस संबंध में कई आंदोलनों के बावजूद सरकारी प्रशासन नीद से नहीं जाग रहा है। सरकार और प्रशासन को नींद से जगाने के लिए ठाणे पालघर जिलाध्यक्ष अविनाश जाधव और राज्य उपाध्यक्ष डीके म्हात्रे के नेतृत्व में मनसे ने अंजुरफाटा में रास्ता रोको आंदोलन किया। इस आंदोलन में भिवंडी लोकसभा अध्यक्ष शैलेश बिडवी, मदन पाटिल, शिवनाथ भगत, संजय पाटिल, भरत पाटिल, संतोष साल्वी, शरद नागवकर, परेश चौधरी और मनसे के कार्यकर्ताओं ने बड़ी तादात में हिस्सा लिया ।
गौरतलब हो कि इन सड़कों की मरम्मत के लिए मनसे पिछले एक साल से आंदोलन कर रही है। इस आंदोलन के मौके पर लोक निर्माण विभाग के अभियंता एसएम पाटिल और उप अभियंता ज्योति शिंदे को लिखित ज्ञापन देकर मनसे नेताओं ने अपनी मजबूत भावनाएं व्यक्त की हैं।अविनाश जाधव ने अफसोस जताया कि क्षेत्र के लोग शिवसेना से बहुत प्यार करते थे। जनता ने विधायक दिया, शिवसेना विधायक जिले के पालक मंत्री है, शिवसेना का प्रदेश में मुख्यमंत्री है, फिर भी ये सभी लोग मिलकर लोगों की अच्छी सड़कों की मांग को पूरा नहीं कर सके। अविनाश जाधव ने कड़ी चेतावनी दी है कि यदि पीडब्ल्यूडी विभाग ने 1 सप्ताह में सड़कों के निर्माण का काम शुरू नहीं किया तो मनसे अपने स्टाइल में तीव्र आंदोलन शुरू करेगी और जरूरत पड़ी तो जेल जाएंगे। सड़क पर यातायात के सुचारू प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए नारपोली थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मदन बल्लाल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था।