ठाणे [ युनिस खान ] सन 1971 के भारत – बांग्लादेश युद्ध में उल्लेखनीय योगदान देने वाले महिपतराव सावंत को हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में उनका अभिनंदन किया। ठाणे के राबोडी में रहने वाले लांस नायक महिपत्रराव सावंत को ठाणे के महापौर नरेश म्हस्के ने स्मृति चिन्ह, शॉल और गुलदस्ता देकर सत्कार किया है।
इस अवसर पर नगर सेवक सुहास देसाई, नगर सेवक विमल भोईर, मंगल कलांबे, श्रीमती साधना जोशी, श्रीमती राधिका फाटक, परिवहन समिति सदस्य राजेश मोरे एवं श्री महिपतराव सावंत की पत्नी सविता सावंत, पुत्र अमित सावंत, मुकुंद सावंत, पुत्री निधि तुरे, सुन प्राची सावंत और दामाद नरेंद्र तुरे, सामाजिक कार्यकर्ता दयानंद नेने और संतोष नागले आदि उपस्थित थे।
लांस नायक महिपतराव सावंत रत्नागिरी के मूल निवासी हैं और 1965 में सेना में शामिल हुए थे। उनकी पहली पोस्टिंग श्रीनगर में हुई थी। उसके बाद उन्हें आगरा में पारा -2 में स्थानांतरित कर दिया गया। महिपातराव सावंत 1971 के पाकिस्तान युद्ध के दौरान ढाका से सीधे युद्ध के मैदान में भारतीय वायु सेना के पहले पैराशूट में से एक थे। सैनिकों ने ढाका को घेर लिया जिससे पाकिस्तानी सेना ने अपने सैनिकों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। महिपतराव सावंत को इस दौरान उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पारा-2 में पैराट्रूपर के रूप में सम्मानित किया गया।
लांस नायक-महिपतराव सावंत ने 1971 के भारत – बांग्लादेश युद्ध के दौरान भारतीय सेना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। महापौर म्हस्के ने कहा कि उनके द्वारा किया गया उल्लेखनीय कार्य निश्चित रूप से युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी है। ठाणे के नागरिकों को उन पर बहुत गर्व है। देश के लिए लड़ने वाले महान सेनानी हमारे बीच ठाणे शहर में रहते है ठाणे शहर के लिए ख़ुशी की बात है।
लांस नायक महिपतराव सावंत रत्नागिरी के मूल निवासी हैं और 1965 में सेना में शामिल हुए थे। उनकी पहली पोस्टिंग श्रीनगर में हुई थी। उसके बाद उन्हें आगरा में पारा -2 में स्थानांतरित कर दिया गया। महिपातराव सावंत 1971 के पाकिस्तान युद्ध के दौरान ढाका से सीधे युद्ध के मैदान में भारतीय वायु सेना के पहले पैराशूट में से एक थे। सैनिकों ने ढाका को घेर लिया जिससे पाकिस्तानी सेना ने अपने सैनिकों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। महिपतराव सावंत को इस दौरान उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पारा-2 में पैराट्रूपर के रूप में सम्मानित किया गया।
लांस नायक-महिपतराव सावंत ने 1971 के भारत – बांग्लादेश युद्ध के दौरान भारतीय सेना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। महापौर म्हस्के ने कहा कि उनके द्वारा किया गया उल्लेखनीय कार्य निश्चित रूप से युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी है। ठाणे के नागरिकों को उन पर बहुत गर्व है। देश के लिए लड़ने वाले महान सेनानी हमारे बीच ठाणे शहर में रहते है ठाणे शहर के लिए ख़ुशी की बात है।