ठाणे [ युनिस खान ] प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे की सुरक्षा व्यवस्था में जानबूझ कर गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इस आशय की मांग भाजपा शहर जिलाअध्यक्ष व एमएलसी निरंजन डावखरे ने की है। उन्होंने यह भी मांग की कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में खामियों और साजिश की गहन जांच की जाए।
विधायक निरंजन डावखरे ने कहा, ‘प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान पंजाब में जो हुआ वह बेहद गंभीर था। इस घटना का भारतीय जनता पार्टी जोरदार विरोध कर रही है। राष्ट्रपति को इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए। देश में विभिन्न दलों और गठबंधनों की सरकारें थीं। आजादी के बाद से कई बार देश ने केंद्र और राज्यों में विभिन्न दलों की सरकारें देखी हैं। हालांकि पक्षपातपूर्ण नफरत के चलते आज तक किसी ने भी प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था के साथ खतरनाक खेल नहीं खेला है। प्रधानमंत्री के दौरे से पहले केंद्र और राज्य सरकारों की संबंधित एजेंसियां आपस में समन्वय स्थापित करती हैं और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कदम उठाती हैं। राज्य सरकार के पुलिस तंत्र द्वारा पीएम के सुरक्षा तंत्र की सहायता की उम्मीद है। हालांकि पंजाब के घटनाक्रम को देखते हुए पता चलेगा कि प्रधानमंत्री की राह पर जानबूझकर आंदोलन की इजाजत दी गई। प्रदर्शनकारियों ने व्यवस्थित रूप से सड़क जाम कर दिया। जहां यह हुआ वहां पाकिस्तान की सीमा काफी करीब है। यह प्रधानमंत्री के जीवन को खतरे में डालने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास था।
उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में चूक देश के लिए बड़े शर्म की बात है। सुरक्षा उल्लंघनों के लिए जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। इस घटना पर कांग्रेस नेताओं ने बेशर्मी से प्रतिक्रिया दी है। प्रधानमंत्री देश का होता है किसी एक दल का नहीं। यह शर्म की बात है कि इन तमाम घटनाओं के बावजूद पंजाब के मुख्यमंत्री तत्काल प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध नहीं हैं। एड डावखरे ने कहा है कि लोग निचले स्तर की राजनीतिक ताकतों को सबक सिखाए बिना नहीं रहेंगे।