ठाणे [ युनिस खान ] ठाणे जिले और मुंबई महानगर विकास प्राधिकरण क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहे कोरोना रोगियों के मद्देनजर नगर विकास मंत्री व पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज विभिन्न विभाग प्रमुखों की एक ऑनलाइन बैठक की। स्वचालित रूप से मंत्री शिंदे का कोरोना अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने प्रशासनिक व्यवस्था की तत्परता की समीक्षा करते हुए इस बात का भरोसा दिया कि जिला और मनपा प्रशासन के पीछे पूरी ताकत से खड़े हैं।
पालकमंत्री शिंदे ने आज ठाणे जिलाधिकारी , मनपा आयुक्त, पुलिस आयुक्त, स्वास्थ्य, नगर परिषद और मुंबई महानगर क्षेत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की समीक्षा बैठक की। कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए प्रशासनिक तैयारी के बारे में जानकारी ली है। पालकमंत्री मंत्री ने पहली और दूसरी लहरों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए आरोग्य यंत्रणा को बधाई दी।
डा विजय सूर्यवंशी ने कहा कि अस्पताल में इलाज के दौरान शिंदे ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से बातचीत करते हुए यह महसूस किया कि इस कार्रवाई से अधिकारियों का मनोबल बढ़ रहा है। नवी मुंबई, ठाणे, मीरा भाईंदर , पनवेल, भिवंडी, उल्हासनगर केमनपा आयुक्तों ने व्यवस्था की तैयारी के बारे में जानकारी दी।
ठाणे के जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर ने जिले में तैयारियों की जानकारी देते हुए कहा कि जिले में करीब 1200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध करायी गयी है। लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के लिए डिजाइन किए गए सभी टैंकों को ऑक्सीजन से भरने का निर्देश दिया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों शहापुर, भिवंडी, मुरबाड , बदलापुर में सभी कोविड देखभाल केंद्र (सीसीसी) चालू हो गए हैं और भिवंडी के पास सावद अस्पताल में 100 बिस्तर उपलब्ध कराए गए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में, ठाणे शहर और जिला ,महानगर पालिका और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजाना 7,000 से 8,000 मरीज मिलते हैं, लेकिन उनमें से 10 फीसदी अस्पताल में भर्ती होते हैं और 4 फीसदी ऑक्सीजन की खपत होती है।
उन्होंने कहा कि जिले में नौवीं और ग्यारहवीं तक की कक्षाएं ऑनलाइन संचालित की जा रही हैं और आश्रम स्कूल बंद है। जिले में अब तक एक दिन में सबसे ज्यादा मरीजों की संख्या को देखते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें जितनी मात्रा में ऑक्सीजन की जरूरत है, उसका तीन गुना उपलब्ध कराया गया है।