ठाणे [ युनिस खान ] शहर की विकास योजनाओं में प्रभावित नागरिकों को आवास उपलब्ध कराने की बजाय फर्जी लाभार्थियों को आवास आवंटित किये गये हैं। घोटाले की जांच के लिए एक समिति गठित कर भ्रष्ट अधिकारियों को निलंबित किया जाना चाहिए। इस मांग को लेकर आज राकांपा नगर सेवकों व पदाधिकारियों ने मनपा के समक्ष अनिश्चित कालीन आन्दोलन शुरू किया है।
राज्य के गृहनिर्माण मंत्री डा जितेंद्र आव्हाड और शहर अध्यक्ष आनंद परांजपे के मार्गदर्शन में मनपा में विरोधी पक्षनेता अशरफ शानू पठान के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया गया है। आनंद परांजपे ने मांग की कि मनपा स्थावर मालमत्ता विभाग के अधीक्षक महेश अहेर को निलंबित किया जाना चाहिए क्योंकि वह घोटाले में शामिल थे।विरोधी पक्षनेता पठान के मुताबिक अमीरों से पैसे लेकर गरीबों के घर लूटे गए हैं। उन्होंने इस घोटाले के मास्टरमाइंड के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
विस्थापितों के पुनर्वास के लिए एमएमआरडीए ठाणे मनपा को घर उपलब्ध कराए गए हैं। इसके आधार पर एक सूची तैयार की गई और आवास आवंटित किए गए। 2016 में सड़क चौड़ीकरण से प्रभावित लोगों के घर वितरण में गड़बड़ी की गयी। इस मामले में घरों में रहने वालों के खिलाफ बदसलूकी का मामला दर्ज किया गया है। फर्जी बायोमेट्रिक सर्वे, कंप्यूटर की चाबियां बनाई गई हैं। मनपा के अधिकारियों की मिलीभगत के बिना यह संभव नहीं है। इसलिए घटना के दोषियों का पता लगाने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए महापौर की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। शहर राकांपा अध्यक्ष आनंद परांजपे ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष शानू पठान के नेतृत्व में आंदोलन शुरू किया गया है। एमएमआरडीए के फ्लैटों में घोटाला हुआ है। सड़क चौड़ीकरण, विभिन्न विकास परियोजनाओं ने गरीबों के घरों को प्रभावित किया है। उन गरीब लोगों को न्याय के अधिकार के साथ घर मिलना चाहिए।
विस्थापितों के पुनर्वास के लिए एमएमआरडीए ठाणे मनपा को घर उपलब्ध कराए गए हैं। इसके आधार पर एक सूची तैयार की गई और आवास आवंटित किए गए। 2016 में सड़क चौड़ीकरण से प्रभावित लोगों के घर वितरण में गड़बड़ी की गयी। इस मामले में घरों में रहने वालों के खिलाफ बदसलूकी का मामला दर्ज किया गया है। फर्जी बायोमेट्रिक सर्वे, कंप्यूटर की चाबियां बनाई गई हैं। मनपा के अधिकारियों की मिलीभगत के बिना यह संभव नहीं है। इसलिए घटना के दोषियों का पता लगाने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए महापौर की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। शहर राकांपा अध्यक्ष आनंद परांजपे ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष शानू पठान के नेतृत्व में आंदोलन शुरू किया गया है। एमएमआरडीए के फ्लैटों में घोटाला हुआ है। सड़क चौड़ीकरण, विभिन्न विकास परियोजनाओं ने गरीबों के घरों को प्रभावित किया है। उन गरीब लोगों को न्याय के अधिकार के साथ घर मिलना चाहिए।
हालांकि, इन घरों में मनपा अधिकारियों ने एक बड़ा घोटाला किया है इन अधिकारियों से पूछताछ की जानी चाहिए। इन सभी घोटालों के पीछे महेश अहेर हैं। अगर वास्तव में निष्पक्ष जांच होनी है, तो अहेर को तुरंत निलंबित कर दिया जाना चाहिए। जब तक उन्हें पद से हटाया नहीं जाता। तब तक घोटाले की ठीक से जांच नहीं होगी। हम ठाणे पुलिस से भी अनुरोध कर रहे हैं कि बिना दबाव के इस मास्टरमाइंड के खिलाफ कार्रवाई की जाए। अगर पुलिस दबाव में कार्रवाई करती है तो हम गृह मंत्री दिलीप वालसे-पाटिल के पास शिकायत करेंगे।