कल्याण [ अमन न्यूज नेटवर्क ] एक सीए द्वारा अवैध रूप से करोड़ो कमाने के लिए फर्म के भागीदारों के साथ धोखाधड़ी और आपराधिक सडयंत्र (साजिश) रचने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, इस मामले पुलिस और सीए की संस्था आईसीएआई से शिकायत किए जाने के बाद धोखेबाज सीए विनोद धनकानी के सर पर सीए का पंजीकरण रदद् होने के साथ ही गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी हैं,
चाटर्ड एकाउंटेंट जैसे पेशेवर, जो कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय, कंपनियों के रजिस्ट्रार, आयकर विभाग, विभिन्न अन्य कर विभाग जैसे विभिन्न प्राधिकरणों की सहायता करते हैं उनको न्याय और उनके ग्राहकों के हित में बहुत जिम्मेदारी से, ईमानदारी से, निष्पक्ष रूप से कार्य करना चाहिए, चार्टर्ड एकाउंटेंट की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण और विश्वसनीय होती है, रिपोर्ट और कंपनी,व्यापार,साझेदारी फर्मों में निभाई गई चार्टर्ड एकाउंटेंट की भूमिका, किसी एक व्यक्ति,कंपनी के जीवन में किसी की हिस्सेदारी,शेयर के साथ ही भविष्य तय करती है, इसलिए चार्टर्ड एकाउंटेंट्स को अपनी सेवाएं देते समय अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए, उन्हें पक्षपातपूर्ण कार्य नहीं करना चाहिए, उन्हें किसी का पक्ष नहीं लेना चाहिए, उन्हें केवल अपने पेशे के साथ ईमानदारी से न्याय करना चाहिए, लेकिन एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक चार्टर्ड एकाउंटेंट अर्थात (सीए) विनोद संतोषकुमार धनकानी ने अवैध रूप से मनोहर केसवानी, राजकुमार का पक्ष लेते हुए पूर्ण पक्षपातपूर्ण भूमिका निभाई है,
केसवानी और अन्य भागीदारों के खिलाफ सीए विनोद धनकानी ने एक कंपनी के कई दस्तावेजों में हेराफेरी की है, जिससे मनोहर केसवानी, राजकुमार केसवानी और अन्य को सरकारी रिकॉर्ड में कई धोखाधड़ी करके उन्हें बहुसंख्यक शेयरधारक बनाने के लिए अवैध रूप से फायदा हुआ है, सीए विनोद धनकानी द्वारा जानबूझकर उन्हें अवैध रूप से लाभान्वित करने के लिए कोई कानूनी प्रक्रिया नहीं अपनाई गई है या उसका पालन नहीं किया गया है, इसी प्रकार अन्य भागीदारों अशोक केसवानी और किशोर केसवानी नाम के दो अन्य भाइयों को धोखा दिया गया है और उनके हिस्से को मनोहर केसवानी, राजकुमार केसवानी और अन्य के नाम पर अवैध रूप से स्थानांतरित कर दिया गया है, इस सीए विनोद धनकानी की सक्रिय मदद और मिलीभगत से जो खुद गवाह हैं, संबद्ध कंपनी के एसोसिएशन के अनुच्छेद में,एसोसिएशन के अनुच्छेद के नियमों और शर्तों का उल्लंघन किया है और अशोक केसवानी और किशोर केसवानी को पीड़ित किया है, इसलिए कई दस्तावेजों के आधार पर किशोर केसवानी ने लोनावाला थाने में आईपीसी की धारा 420,406,409,465,468,120-बी, 34,471,380 के तहत दर्ज प्राथमिकी संख्या 43/2021 दर्ज की है.
अशोक केसवानी के पुत्र दीपक केसवानी ने द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) में शिकायत दर्ज कर अनुशासनात्मक कार्रवाई और सीए विनोद धनकानी का लाइसेंस रद्द करने की अपील की है, उक्त शिकायत की जांच के बाद, आईसीएआई ने शिकायत का संज्ञान लिया है और 17 मार्च 2022 को सीए विनोद धनकानी को नोटिस जारी किया है, जिससे सीए विनोद धनकानी के सर पर सीए की पात्रता रद्द किए जाने के साथ ही धारा 420 धोखाधड़ी और धारा 120 बी आपराधिक सडयंत्र करने जैसे संगीन मामले में गिरफ्तारी की तलवार तलवार लटकने लगी हैं,
यही नही इस सीए विनोद धनकानी ने कई निर्दोष व्यक्तियों के साथ धोखाधड़ी के इन तौर-तरीकों को अपनाकर बहुत ही कम समय में तकरीबन सौ करोड़ रुपये कमाए हैं, यह पता चला है कि इसी तरह की धोखाधड़ी की शिकायत सेंट्रल पुलिस स्टेशन उल्हासनगर में सीए विनोद धनकानी के खिलाफ दर्ज की गई है और जांच पीएसआई अरुण केदार द्वारा की जा रही है, उल्हासनगर में कुख्यात कंपनियां जैसे कोणार्क इंफ्रास्ट्रक्चर, कोणार्क निर्माण, ईगल इंफ्रास्ट्रक्चर और कई अन्य इस सीए विनोद धनकानी द्वारा नियंत्रित की जा रही हैं,
दीपक किशोर केसवानी ने पत्रकारों से कहा कि मैं मीडिया के माध्यम से सभी नागरिकों और समाज को भी सूचित करना चाहता हूं कि यदि आप सीए विनोद धनकानी से जुड़े, संलग्न हैं, तो कृपया बहुत सावधान रहें अन्यथा लालची,धोखेबाज सीए विनोद धनकानी की लालच और धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं और जैसे मेरे मामले में हुआ है इसी तरह एक बहुत बड़ी मुसीबत में अन्य निर्दोष व्यक्ति भी फंस सकते हैं,
इस बारे में सीए विनोद धनकानी से संपर्क कर उनकी प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कहा कि इस बारे में आपसे बाद में बात करता हूँ,