ठाणे [ युनिस खान ] कोरोना के कहर से परेशान मरीजों को प्रशासन बेड , आक्सीजन व इंजेक्शन न मिलने से मरीज और उनके परिजनों का बुरा हाल हो रहा है। दूसरी लाट आने की आशंका को लेकर स्थानीय प्रशासन अपनी तैयारियों का ढिंढोरा पीटता रहा लेकिन दूसरी लाट आने के बाद अब सुविधाओं व संसाधनों का आभाव लोगों के लिए मुसीबत बनकर कहर बरपा रहा है। इस आशय उदगार व्यक्त करते हुए राकांपा प्रदेश महासचिव सैयद अली अशरफ ने मनपा व जिला प्रशासन से तत्काल आक्सीजन , बेड व रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध करके कोरोना मरीजों की जान बचाने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाये।
राकांपा नेता अशरफ ने कहा है कि मुंब्रा में गृहनिर्माण मंत्री डा. जितेन्द्र आव्हाड ने म्हाडा की मदद से हजार बेड का कोविड अस्पताल बनवाया। जिसका सञ्चालन करने वाली ठाणे मनपा उसमें आक्सीजन , इंजेक्शन व आवश्यक स्टाफ उपलब्ध नहीं करा पा रही है। मुंब्रा कौसा क्षेत्र समेत पूरे ठाणे की सरकारी अस्पतालों के साथ निजी अस्पतालों में आक्सीजन का आभाव हो गया है जिससे मरीजों की जन बचाना मुश्किल होने लगा है। निजी अस्पताल के डाक्टर दूसरी अस्पतालों से आक्सीजन सिलेंडर लेकर मरीजों का उपचार कर रहे हैं। कोरोना मरीजों के आलावा दुसरे गंभीर मरीजों को भी आक्सीजन की आवश्यकता होती है जिसकी उपलब्धता करने में प्रशासन पूरी तरह विफल है। मुंब्रा कौसा की कोविड अस्पताल की आरोग्य सामग्री दुसरे अस्पतालों में ले जाने का मुद्दा सामने आने के बाद गृहनिर्माण मंत्री की हरकत के बाद उसे पुनः शुरू कर दिया गया। अब आक्सीजन नहीं , इंजेक्शन नहीं कैसे हो मरीजों का उपचार यह कौन बताएगा। ठाणे के पार्किंग प्लाजा कोविड अस्पताल , वोल्टास की जगह में बने कोविड अस्पताल में आक्सीजन नहीं है। उन्होंने कहा है कि मरीजों को जीवित रहने पर बेड नहीं और मरने के बाद अंतिम संस्कार व दफ़न की सुविधा नहीं। हर जगह हैं तो सिर्फ कतारें व भाग दौड़ , मनपा व जिला प्रशासन शीघ्र आवश्यक प्रबंध करे जिससे मरीजों को बेड , आक्सीजन , इंजेक्शन आदि सुविधा समय पर मिल सके।
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