



मुंबई [अमन न्यूज नेटवर्क ] भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सीएमडी), सिवसुब्रमणियन रमण ने आज राज निवास में लद्दाख के माननीय उप राज्यपाल आर.के. माथुर से मुलाकात की। सिवसुब्रमणियन ने उप राज्यपाल माथुर को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को विकसित करने और मजबूत करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के समर्थन से सिडबी क्लस्टर डेवलपमेंट फंड (एससीडीएफ) के एक हिस्से के रूप में सिडबी की विभिन्न पहलों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने लद्दाख में स्थानीय उद्यमिता, औषधीय पौधों और जड़ी-बूटियों के उत्पादन, सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना और अन्य विकास पहलों को बढ़ावा देने में सिडबी के संभावित हस्तक्षेप पर चर्चा की।
उप राज्यपाल माथुर ने सुझाव दिया कि सिडबी लद्दाख में वाणिज्यिक ग्रीनहाउस के माध्यम से लोगों की सब्जियों की मांगों को पूरा करने के अंतर को पाटने में हस्तक्षेप कर सकता है। उन्होंने आगे सुझाव दिया कि सिडबी, लद्दाख में दुग्ध उत्पादन को संकेंद्रित और टिकाऊ तरीके से बढ़ाने में भी हस्तक्षेप कर सकता है। उप राज्यपाल माथुर ने अन्य क्षेत्रों में भी सिडबी के हस्तक्षेप का सुझाव दिया, जिसमें लद्दाख में बड़े पैमाने पर व्यावसायिक रूप से उच्च मूल्य वाले औषधीय पौधों और जड़ी-बूटियों का रोपण और पश्मीना ऊन और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को उनके स्थानीय स्वरूप और मूल्य को बनाए रखते हुए गुणवत्ता वाले उत्पादों में परिवर्तित करना शामिल है।
उप राज्यपाल माथुर ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) / राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एसआरएलएम) के माध्यम से विभिन्न अभिसरणों का भी सुझाव दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि सिडबी इन क्षेत्रों में परामर्श प्रदान कर सकता है। एक कदम और फाउंडेशन के एक अन्य प्रतिनिधिमंडल ने भी फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. सतीश त्रिपाठी के नेतृत्व में उप राज्यपाल माथुर से मुलाकात की और लद्दाख के स्कूलों और महाविद्यालयों में इसके नेतृत्व और नवाचार से संबंधित कार्यक्रमों को शुरू करने की संभावना पर चर्चा की।