ठाणे [ अमन न्यूज नेटवर्क ] मुंब्रा में पिछले 35 वर्षों से हर साल 20 रोजे की इफतार की दावत होती है। शहर में तमाम लोगों को दी दावत दी जाती हैऔर बड़ी संख्या में लोग सिरकत करते हैं।
बीसवें रोजे की इफतार की दावत का मकसद यह दिन हजरत ए अमीरुल मोमिनीन हजरत अली (करमाला हु वजहूल-करीम ) की शहादत का दिन है। इस मौके पर मौलाना सैयद मोइनुद्दीन अशरफ , यातायात पुलिस के सीनियर पीआई दिलीप पाटिल , सैयद अली अशरफ भाई साहब के अलावा शहर भर से उलैमा-ए- केराम , सियासी व समाजिक लोग और आम आवाम जमा थे।
जहां पर मौलाना मुइनुद्दीन मियां ने दुनिया और देश में अमन और शांति के लिए दूआ की और जो हालात इस वक्त चल रहे देश में उसके खात्मा के लिए भी यहां पर खुशुसी और इस्जतेमाई दुआ की गई।