ठाणे [ युनिस खान ] पिछले कुछ दिनों से शहर के नालों की सफाई को लेकर मनपा प्रशासन की ओर से दावे किये जा रहे हैं। नाला सफाई का पोल खोलने के लिए मनसे कार्यकर्ताओं ने गंदे नाले में क्रिकेट खेलकर मनपा का ध्यान आकृष्ट कराया है। गांधीनगर में मनपा आयुक्त डा विपिन शर्मा ने 19 मई को नाला सफाई का निरिक्षण करने के लिए दौरा किया। आयुक्त के जाते ही नाला की सफाई का काम रोक दिया और ठेकेदार ने नाला साफ करने का काम अधुरा छोड़ दिया। इसके खिलाफ मनसे के जनहित विधि विभाग के शहर अध्यक्ष स्वप्निल महिंद्राकर के नेतृत्व में उसी नाले में क्रिकेट खेल कर विरोध व्यक्त किया है।
ठाणे मनपा ने प्रभाग समिति स्तर नाला सफाई का काम शुरू किया गया है और यह बात सामने आ रही है कि प्रभाग समिति के अधिकारी मनपा आयुक्त को सही जानकारी न देकर गुमराह करा रहे हैं। मुख्य नाला ठाणे के गांधीनगर में है इस नाले के क्षेत्र में करीब 10,000 झोपड़ियां हैं। इस क्षेत्र के सभी नाले व उप नाले भी गंदगी से भरे दिख रहे हैं। नाले की सफाई अब तक पूरी नहीं हुई है।
मनपा हर साल नालों की सफाई करती है फिर भी ठाणे में कई महत्वपूर्ण जगहों पर बरसात में पानी भर जाता है। नालों की सफाई नहीं होने से इसका खामियाजा नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। हर बार साफ-सफाई सिर्फ कागजों पर की जाती है लेकिन वास्तविक सफाई दिखाकर काम अधूरा छोड़ दिया जाता है। देखा जाता है कि नाले से निकलने वाला कचरा नाले के किनारे फेंका जाता है। महिंद्रकर ने मांग की है कि आयुक्त मनसे की ओर से उठाये जा रहे मुद्दे पर ध्यान दें।
नाले में क्रिकेट खेलकर किए अनोखे आंदोलन में मनसे के अवधेश सिंह, देवेंद्र कदम, किशोर पाटिल, हीरा पासी, राजकुमार गौड़, विनोद सोनवणे, राजू गुप्ता, संतोष वाल्मीकि, विवेक गौतम, वैभव ठाकरे ने हिस्सा लिया। इन नालों की सफाई के लिए संबंधित अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं करता है, तो मनसे की ओर से और अधिक तीव्र आंदोलन किया जायेगा। इस आशय की चेतावनी मनसे जनहित व विधि विभाग के शहर अध्यक्ष महिन्द्रकर ने दी है।