मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] आरबीआई का पेमेंट विजन 2025 न केवल रैपिपे जैसे फिनटेक के लिए बल्कि छोटे शहरों के लोगों के लिए भी सकारात्मक है। ‘ई-पेमेंट्स फॉर एवरीवन, एवरीवेयर, एवरीटाईम’ (४ ई) की मुख्य थीम रैपिपे के वित्तीय समावेशन को अंतिम छोर तक ले जाने वाले विजन के साथ मेल खाती है। इस आशय की बात रैपिपे फिन्टेच के सीईओ निपुन जैन ने कही है।
इस आशय की सहज डिजिटल पेमेंट अनुभव के साथ केंद्रीय बैंक के उपयोगकर्ताओं को सुविधा प्रदान करने के दृष्टिकोण से कैश-लाइट अर्थव्यवस्था के उद्देश्य का समर्थन करने की उम्मीद है और कैश ऑन डिलीवरी (सीओडी) लेनदेन को डिजिटल मोड में स्थानांतरित करने पर भी जोर दिया गया है। रैपिपे देश का एकमात्र डिजिटल बैंकिंग खिलाड़ी है जिसके पास आधा मिलियन हाइब्रिड डायरेक्ट बिजनेस आउटलेट्स (डीबीओ) का तैयार भौतिक ढांचा है। हमारे पास सभी प्रकार की पेमेंट स्वीकृति के लिए प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) उपकरणों की एक विस्तृत श्रृंखला है और आगे जाकर हम पूरे भारत में 1 मिलियन पीओएस मशीन स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।