मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] इमरजेंसी मेडिकल रेस्पॉन्स सेवा प्रदाता मेडुलेंस हेल्थकेयर ने देश की सबसे अग्रणी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो की साझेदारी में 5G स्मार्ट एम्बुलेंस सेवा को लॉन्च कर दिया है. इन आधुनिक वाहनों में कैमरा और स्मार्ट उपकरण लगे हुए हैं जो 5G नेटवर्क के माध्यम से त्वरित रूप से यानी रियल टाइम में दोतरफ़ा ऑडियो-वीडियो का संप्रेषण करने, एम्बुलेंस की लोकेशन को ट्रैक करने और रियल टाइम में मरीज़ों के स्वास्थ्य संबंधी डाटा को दूर बैठे डॉक्टरों तक पहुंचाने में कारगर हैं.
इससे नज़दीकी अस्पताल और स्टाफ़ को अलर्ट करने में मदद मिलती ताकि मरीज़ों के अस्पताल पहुंचने पर नाज़ुक वक्त में उनकी बढ़िया ढंग से देखभाल की जा सके. 5G नेटवर्क से जुड़े मेडुलेंस हेल्थकेयर ए्म्बुलेंस का उद्देश्य एम्बुलेंस को देश में मौजूद हरेक अस्पताल से जोड़ते हुए ग्रामीण इलाकों में इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में आमूल-चूल परिवर्तन लाना और उसे पहले से बेहतर बनाना है.
मेडुलेंस हेल्थकेयर के सह-संस्थापक रवजोत सिंह अरोड़ा ने लॉन्च को लेकर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा, “नित नई बदलती टेक्नोलॉजी और बदलते वक्त के साथ हेल्थकेयर इंडस्ट्री को ख़ुद को ढालना होगा ताकि 5G टेक्नोलॉजी का पूरी तरह से इस्तेमाल कर उसका बढ़िया लाभ हासिल किया जा सके. अगर हम अन्य महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी के साथ 5G टेक्नोलॉजी को समाहित कर दें तो इससे मरीज़ों की बेहतर ढंग से देखभाल की जा सकती है. रियल टाइम में डाटा पहुंचाने के चलते इमरजेंसी मामलों में मरीज़ों की आसानी से जान वचाई जा सकती हैं. 5G से नई स्वास्थ्य प्रणाली के निर्माण में आसानी होगी. इससे ना सिर्फ़ सेवा प्रदाता का काम आसान और मरीज़ों को लाभ होगा, बल्कि इससे स्वास्थ्य प्रणाली को और भी सटीक, सहज, किफ़ायती और प्रभावी बनाने में ख़ासी मदद भी मिलेगी. जियो के साथ हमारी साझेदारी इसी दिशा में उठाया गया एक अहम क़दम है”.
उल्लेखनीय है कि 5G से लैस एम्बुलेंस किसी भी मरीज़ की शारीरक अवस्था और उसके स्वास्थ्य से जुड़े डाटा का रियल टाइम में वाहन से अस्पताल की ओर ट्रांसमिशन करता है. ऐसे में दूर बूठे डॉक्टर डिजिटल कनेक्शन के ज़रिए सीधे तौर पर पैरामेडिक स्टाफ़ को संबंधित निर्देश दे सकते हैं. इस तरह से अस्पताल ले जाते समय भी मरीज़ का एम्बुलेंस में इलाज किया जा सकता है और ‘गोल्डन आवर’ में इलाज होने के चलते मरीज़ों की जान बचाई जा सकती है – ख़ासकर हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक, किसी हादसे अथवा ट्रॉमा की सूरत में. इस तरह के एम्बुलेंस से ग्रामीण और दूर-दराज़ के इलाकों से रहनेवाले और स्वास्थ्य सुविधाओं से कोसों दूर रहनेवालों मरीज़ों को ख़ासा फ़ायदा होगा.
इस मौके पर मेडुलेंस हेल्थकेयर के सह-संस्थापक प्रणव बजाज ने कहा, “मेडुलेंस हमेशा से ही टेक्नोलॉजी को मरीज़ों की इमरजेंसी सेवाओं की ज़रूरतों के हिसाब से विकसित करता आया है ताकि मरीज़ों से संबंधी सभी ज़रूरी डाटा को बिना किसी देरी के अस्पताल भेजा जा सके. अधिक स्पीड, अल्ट्रा-लो लैटेंसी, 5G नेटवर्क से हासिल अधिक बैंडविथ से रियल टाइम में मरीज़ की क्लिनिकल जांच में आसानी हो जाती है. रिलयांस जियो द्वारा लॉन्च किये गये 5G सर्विस से हमारे लिए इस तरह की सुविधा देशभर में लागू करने में और आसानी होगी. हमारा लक्ष्य 5G टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से हमारे सभी 7500 एम्बुलेंस को स्मार्ट एम्बुलेंस में तब्दील कर मरीज़ों को फ़ौरी राहत पहुंचाना है”.
मेडुलेंस हेल्थकेयर की ख़ासियत है कि यह भारत का पहला इंटीग्रेटेड इमरजेंसी रेस्पॉन्स प्रोवाइडर है जिसके पास 7500 से अधिक एम्बुलेंस हैं जो मरीज़ों को फ़ौरी राहत देने में कारगर हैं. मेडुलेंस हेल्थकेयर द्वारा मुहैया कराई जानेवाली यह सेवा देश के 60 से अधिक शहरों में उपलब्ध है. मेडुलेंस की ओर से मुहैया कराई जानेवाली एम्बुलेंस की सुविधा बहुत ही तेज़रफ़्त, विश्वसनीय और प्रभावशाली है. इतना ही नहीं, इन एम्बुलेंस की सुविधाओं को हासिल करना किसी टैक्सी की तरह बेहद आसान भी है. मरीज़ों को केंद्र में रखकर आधुनिक टेक्नोलॉजी के माध्यम से लागू की गयी इस एम्बुलेंस सेवा का मुख्य उद्देश्य मेडिकल इमरजेंसी को बेहतर ढंग से हैंडल करना है. उल्लेखनीय है कि इसके लिए सभी अंतर्राष्ट्रीय मानकों का पूरा ख़्याल रखा जाता है.