ठाणे [ युनिस खान ] ठाणे मनपा के प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने दिवाली से पहले और दिवाली की अवधि (लक्ष्मी पूजन) के दौरान ठाणे शहर में वायु गुणवत्ता की जांच की है। जिसमें 24 अक्टूबर यानी लक्ष्मी पूजा के दिन हवा में धूल के कणों की मात्रा सबसे ज्यादा यानी 245 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर पहुंच गई। साथ ही, हवा में NOx (नाइट्रोजन के ऑक्साइड) की मात्रा 56 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर थी जबकि SO2 (सल्फर डाइऑक्साइड) 29 माइक्रोग्राम प्रति वर्ग मीटर थी। इस हिसाब से वायु गुणवत्ता सूचकांक 197 रहा।
21 अक्टूबर को दीवाली से पहले की अवधि के दौरान, पार्टिकुलेट मैटर 152 माइक्रोग्राम प्रति वर्ग मीटर, NOx 48 माइक्रोग्राम प्रति वर्ग मीटर और SO2 25 माइक्रोग्राम प्रति वर्ग मीटर था। इस हिसाब से वायु गुणवत्ता सूचकांक 135 रहा। इस वर्ष दीपावली का त्यौहार नागरिकों द्वारा बड़े उत्साह के साथ मनाया गया है और इस दौरान पटाखों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। दिवाली 2021 के दौरान वायु गुणवत्ता की तुलना में, वायु प्रदूषण के स्तर में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई और दिवाली 2022 के दौरान ध्वनि के स्तर में 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मुख्य पर्यावरण अधिकारी मनीषा प्रधान, उप पर्यावरण अधिकारी विद्या सावंत और जूनियर केमिस्ट निर्वाण सलगांवकर की एक टीम ने वायु गुणवत्ता और ध्वनि प्रदूषण का अध्ययन किया है।
नागरिकों ने बड़े पैमाने पर पटाखे फोड़े जिसमें देखा गया कि ग्रीन पटाखों का प्रयोग भी बढ़ गया है। इस साल के अध्ययन में लक्ष्मी पूजा के दिन शोर और हवा दोनों में वृद्धि दर्ज की गई। यह आंशिक रूप से कम तापमान के कारण था। भारी हवा से प्रदूषण बढ़ता है। यह जानकारी मनपा की मुख्य पर्यावरण अधिकारी मनीषा प्रधान ने दी है।