ठाणे [ इमरान खान ] मनपा के छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीजों के मरने का कारण डाक्टर व स्टाफ की कमी है। यहाँ आने वाले मरीजों के उपचार के लिए सर्जन , विशेषज्ञ डाक्टरों का आभाव है। विधानसभा में विरोधी पक्षनेता विजय वडेवट्टीवार ने कहा कि 30 – 32 वर्ष पुराने मनपा अस्पताल कुछ लोगों की मर्जी से उनके लाभ के लिए चलाया जा रहा है। मरीजों की सुविधा और दवा उपचार पर किसी का ध्यान नहीं है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गृहनगर में मरीजों की त्यु की इतनी बड़ी घटना के बावजूद एक रूपये मुवावजे की घोषणा नहीं की गयी है।
मनपा के कलवा छत्रपति शिवजी महाराज अस्पताल में एक सप्ताह में 31 और अड़तालीस घंटे में 18 मरीजों की मृत्यु होने की घटना के बाद आज विरोधी पक्षनेता वडेवट्टीवार ने अस्पताल का दौरा करने के बाद आरोप लगाया कि यहाँ आने वाले मरीजों के उपचार के लिए डाक्टर व नर्स का आभाव है। डाक्टर व स्टाफ नर्स की जगह खाली पड़े हैं। अस्पताल में विशेषज्ञ डाक्टरों का दौरा होना चाहिए ज्युनियर डाक्टरों पर सारी जिम्मेदारी छोड़ने से ऐसे घटनाएँ होती है। मरीजों की मृत्यु की घटना की जांच के लिए 9 सदस्यीय समिति गठित की गयी है जिसका कोई मतलब नहीं है। मृतकों को न्याय दिलाने के लिए पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में समिति बनाई जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के गृहनगर में इतनी बड़ी घटना हुई है लेकिन अभी तक मृतकों के परिजनों के लिए कोई आर्थिक सहायता की घोषणा नहीं की गयी है। कम से मुख्यमंत्री राहत कोष से दस दस लाख रूपये की सहायता दी जानी चाहिए। उन्होंने अस्पताल के डाक्टरों और अधिकारीयों से मिलकर अस्पताल की व्यवस्था और उपलब्ध स्टाफ की जानकारी लेने के बाद अव्यवस्था का भंडाफोड़ किया। उन्होंने कहा कि यह मनपा अस्पताल भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है। इस दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष एड विक्रांत चव्हाण , प्रदेश महासचिव मनोज शिंदे , जिला कांग्रेस प्रवक्ता सचिन शिंदे समेत अनेक कांग्रेस पदाधिकारी उपस्थित थे।