




विघ्नेश मंजेश्वर सहित संग आयोजित इस संवाद में करूणा का विषय छेड़ते ही सत्र जैसे एक अलग ही आयाम में प्रवेश कर गया. आचार्य ने प्रतिभागियों को अंतर्मुखी बनने को प्रेरित कर उन्हें संकीर्ण मान्यताओं को चुनौती देने को प्रोत्साहित किया. उन्होंने कई मुद्दों पर चर्चा उसके अंतर्संबंधित बातों के मूल तक ले जाकर वीगनवाद के मर्म को स्पष्ट किया.
विघ्नेश मंजेश्वर जो डिस्कवर ऊर्जा दातव्य ट्रस्ट के संस्थापक भी हैं ने बताया कि ‘प्रशांत अद्वैत’ संस्था के संस्थापक आचार्य प्रशांत अद्वैत वेदांत के मर्मज्ञ ही नहीं बल्कि उच्च शिक्षित एक विख्यात शिक्षक तथा लेखक भी हैं. देश विदेश के अनेक संस्थानों में नियमित रुप से वक्ता के रूप में पाए जाते हैं. उनके प्रेरणादायक सत्र करोडों लोगों के जीवन में अप्रत्याशित सकारात्मक परिवर्तन ला चुके हैं.
सोशल मीडिया द्वारा लोगों को एक जागरूक और संवेदनशील जीवनशैली अपनाने को प्रेरित करने वाले विघ्नेश मंजेश्वर बताते हैं कि संस्था का मकसद है कि अच्छे लोगों जोड़ें इसलिए ऐसे कार्यक्रम करते रहते हैं. खान-पान और रहन-सहन से संबंधित हमारे चयन पृथ्वी को नष्ट कर रहे हैं. वीगनवाद के माध्यम से ही हम सृष्टि के साथ न्यूनतम हिंसा का सम्बंध बना पाएंगे.
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