



ठाणे [ अमन न्यूज नेटवर्क ] कोरोना के संकट से नया जीवन मिलने पर हमारे मन में विचार आया जो काम रह गया है उसके लिए काम करें। इसी के तहत सामाजिक , सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यों का हम आयोजन कर रहे हैं। राजस्थानी समाज में लोकप्रिय मारवाड़ी भाषा के नानी बाई रो मायरो का ठाणे में पहली बार आयोजित किया गया है। इस आशय की जानकारी कार्यक्रम के आयोजक जय परशुराम सेना के संस्थापक ओमप्रकाश शर्मा ने दी है। दस वर्ष की बालिका लाडली यति किशोरी इस कार्यक्रम में पाठ वाचन करेगी।
जय परशुराम सेना के संस्थापक शर्मा ने बताया कि 28 व 29 दिसंबर 2022 को दोपहर 3 बजे से 6 तक लाडली यति किशोरी का कार्यक्रम होटल विट्स शरणम के ग्राउंड में आयोजित किया गया है। छठी कक्षा में पढ़ने वाली लाडली यति किशोरी ने पहली बार दस वर्ष की आयु में नानी बाई रो मायरो की 3 दिवसीय कथा कंठष्ट किया जो चैनलों पर लांच हो चुकी है। नरसिंह मेहता की भक्ति और अटूट विश्वास से खुश होकर भगवान श्रीकृष्ण जी रुक्मिणी जी के साथ नानी बाई का मायरा भरने आये थे। यह कथा मारवाड़ी समाज में बहुत ही लोकप्रिय है।
