नवी मुंबई [ युनिस खान ] बच्चों के नवोदित दिमाग में कम उम्र से ही स्वच्छता की संस्कृति को विकसित करने की मनपा कोशिश कर रही है। मनपा आयुक्त राजेश नार्वेकर के मार्गदर्शन में विद्यालय स्तर पर विभिन्न गतिविधियों को क्रियान्वित करने पर बल दिया जा रहा है।
स्कूल स्तर पर ऐसी ही एक अभिनव गतिविधि ‘ड्राई वेस्ट बैंक’ शीर्षक से बेलापुर विभाग के सहायक आयुक्त एवं मंडल अधिकारी डा मिताली संचेती की अवधारणा से इसे बेलापुर विभाग के 3 विद्यालयों में प्रायोगिक रूप में लागू किया जा रहा है। इस पहल के तहत स्कूली छात्रों को अपने घरों से सूखे कचरे को अलग करने की आदत डालनी चाहिए और खुद से कचरे की छंटाई के महत्व को समझना चाहिए। उन्हें सप्ताह में एक दिन पहले स्कूल में प्लास्टिक की बोतलें, चिप्स या चॉकलेट कवर, टेट्रापैक या टिन, कांच की बोतलें, घरेलू प्लास्टिक जमा करना होगा।
उन्होंने इन वस्तुओं को जिस मात्रा में एकत्र किया है, उसके अनुसार उन्हें अंक दिए जाते हैं। उन बिंदुओं को दर्ज करने के लिए छात्रों को ‘ड्राई वेस्ट पासबुक’ दी गई है। इस पासबुक में कक्षा शिक्षकों द्वारा एकत्रित सूखे कचरे की मात्रा के अनुसार दिये गये बिन्दुओं को दर्ज किया जा रहा है। प्रत्येक 100, 200, 500 अंक जमा होने पर विद्यार्थियों को प्रोत्साहन शिक्षण सामग्री वितरित की जा रही है। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग के उपायुक्त द्वारा अर्जित अंकों के अनुसार अग्रोली में 34 विद्यार्थियों को नोटबुक, पेन, कंपास बाक्स एवं अन्य उपयोगी सामग्री का वितरण किया गया।