ठाणे [ इमरान खान ] विजय दिवस के निमित्त ठाणे में आयोजित सोल्जर मैराथन-विक्ट्री रन में करीब 2000 हजार ठाणे के नागरिकों ने हिस्सा लेकर सैनिकों के प्रति कृतज्ञता प्रकट किया है। 1971 के भारत-पाक युद्ध के सैनिकों को सम्मानित करने के लिए हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। असाधारण बहादुरी प्रदर्शित करने वाले भारतीय सैनिकों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए पूरे भारत में 173 स्थानों पर विजय रन का आयोजन किया गया। इसके तहत भारतीय जनता पार्टी ठाणे शहर, नवयुग मित्र मंडल, ठाणे मनपा और फिटिस्तान- एक फिट भारत के सहयोग से रविवार सुबह ठाणे के हीरानंदानी मीडोज चौक पर सोल्जर मैराथन-विक्ट्री रन का आयोजन किया गया। इसमें करीब 2000 हजार नागरिक जवानों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए दौड़ में शामिल हुए।
ठाणे भाजपा जिलाध्यक्ष व विधायक निरंजन डावखरे, विधायक संजय केलकर , पूर्व भाजपा नगर सेवक स्नेहाताई आम्ब्रे के मार्गदर्शन में, ठाणे भाजपा उपाध्यक्ष रमेश आम्ब्रे और फिटिस्तान के कैप्टन अवतार सिंह बिंद्रा की अगुई में विजय रन का आयोजन किया गया। निरंजन डावखरे द्वारा किया गया। इस अवसर पर ठाणे मनपा के अतिरिक्त आयुक्त संजय हेरवड़े, पूर्व नगर सेवक मनोहर डुंबरे, कृष्णा पाटिल, प्रतिभा मढवी, ठाणे शहर उपाध्यक्ष डॉ. राजेश माढवी, उद्यमी मनोज सिंह आदि मौजूद रहे। इस अवसर पर कारगिल युद्ध में भाग लेने वाले पूर्व सैनिकों के साथ-साथ वायु सेना, थल सेना और नौसेना के पूर्व सैनिकों का भी आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर एक मराठी फैशन शो भी आयोजित किया गया जिसमें महिलाओं और युवाओं ने पारंपरिक परिधान में भाग लिया।
भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के विचारों से प्रेरित होकर पूर्व सैनिकों ने हमारे वीर सैनिकों की वीरता और बलिदान को याद करने और युवा पीढ़ी को नैतिकता और मूल्यों के प्रति प्रेरित करने के लिए संस्था “फिटिस्तान-एक फिट भारत” शुरू की है। रविवार 18 दिसंबर की सुबह भारतीय सशस्त्र बलों के गौरवशाली इतिहास के बारे में बताते हुए सोल्जरथॉन शुरू किया गया। इसे सफल बनाने के लिए फिटिस्तान कैप्टन अवतार सिंह बिंद्रा, लालचंद जाधव, चंद्रकांत देसाई, रंजीत शिंदे, अभिषेक देशमुख, दिनेश दाभोलकर, राजेश सावंत, शरद कोचर, अखिलेश मिश्रा, विश्वनाथ घनेकर, जय सिंह, पवन ठाकुर, राहुल मोदवाडिया, कैलास वडोदरा, मिलिंद साटम पूरा आयोजन सफल रहा। , दिनेश बंसोडे, विजय निकम, विठ्ठल कदम, अमित पेडणेकर, प्रशांत मोरे, दीपक तारकला, नितिन वडोदरा, राकेश बोरहाडे, कृष्णा यादव, वीर बहादुर यादव, जयश्री वडोदरा, पुष्पा शेट्टी, साधना घोटेकर, जयश्री पांडे आदि ने परिश्रम किया।