



मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 153वीं जयंती के अवसर पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने समाज के कमज़ोर तबके के लोगों को सशक्त बनाने के लिए अपनी विशेष पहल की घोषणा की। बैंक की और से 15 सितंबर से 1 अक्टूबर तक इस विशेष पहल का संचालन किया गया, जिसका उद्देश्य वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना, सामाजिक सुरक्षा के दायरे को बढ़ाना, बैंकिंग सेवाएँ किफायती दरों पर उपलब्ध कराना, ऋण को सभी के लिए सुलभ बनाना तथा सामाजिक कल्याण का विस्तार करना था। स्वच्छ परिवेश, अच्छी सेहत तथा समावेशी सेवाओं के सिद्धांतों के आधार पर जरूरतमंद लोगों की मदद करने के उद्देश्य को पूरा किया।वित्तीय समावेशन के तहत बैंक की ओर से ग्राहकों को विभिन्न सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई, जिनमें शामिल हैं:
- प्रधानमंत्रीजन धन योजना
- ग्रामीणसमुदायों में काम करने वाले स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को वित्तीय सहायता प्रदान करना
- ऋणअदला-बदली के अंतर्गत किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से सहायता प्रदान करना
- फुटपाथपर सामान बेचने वाले लोगों के लिए क्यूआर कोड का वितरण
- मुद्रालोन
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने इस विशेष अभियान तहत 10 लाख से अधिक ग्राहकों को पीएमजेडीवाई (PMJDY), एसएचजी (SHGs), मुद्रा लोन के माध्यम से सहायता प्रदान की। इसके अलावा, बैंक ने इस अवसर पर यह भी घोषणा की:
- पूरेभारत में ग्रामीण/अर्ध शहरी क्षेत्रों में स्कूलों के लिए 250 शौचालयों (विशेष रूप से बालिकाओं के लिए) तथा घरों के लिए 100 शौचालयों का निर्माण किया जाएगा
- सभीक्षेत्रों में अनाथालयों और वृद्धाश्रमों में रोज़मर्रा की ज़रूरत की सभी चीजें उपलब्ध कराई जाएंगी
- इस अवसर पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की एमडी एवं सीईओ, श्रीमती ए. मणिमेखलाई ने कहा, “हम समाज के हर तबके के लोगों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के अपने संकल्प पर अटल हैं। हमने हमेशा सभी लोगों को वित्तीय दायरे में शामिल करने और पिरामिड में सबसे निचले पायदान पर स्थित लोगों की उन्नति को बढ़ावा देने वाले प्रमुख संस्थान बनने की दिशा में प्रयास किया है।“